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मुंबई: जिस गति से मेट्रो 3 का काम शुरू है उसको देखकर यह कहा जा सकता है कि इस रूट पर भी जल्द ही मेट्रो की सेवाएं शुरू हो जाएंगी। मेट्रो 3 के पहले चरण के लॉन्च की तैयारी भी जोरों शोरो से चल रही है। मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) को मेट्रो लाइन-3 के लिए 2 और सेट प्राप्त हुए है, जो की आरे मेट्रो कार डिपो में असेंबल किया गया है। इसी के साथ अब एमएमआरसीएल के पास कुल 5 ट्रेन सेट है। पहले चरण के कमीशनिंग के लिए चार और ट्रेन सेट की आवश्यकता है जो की फिलहाल मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया में है. मुंबई मेट्रो लाइन-3, मुंबई के सबसे व्यस्त और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को जोड़ने वाला 33.5 किलोमीटर लंबा अंडर ग्राउंड मेट्रो है। मेट्रो-3 दक्षिणी मुंबई के कफ परेड को उत्तर मध्य के सीप्ज से जोड़ेगा। इनके बीच  26 अंडर ग्राउंड स्टेशन होंगे और 1 एलिवेटेड  स्टेशन होगा। लाइन-3 मुंबई में पहली अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन होगी और भारत में सबसे बड़ी अंडर ग्राउंड मेट्रो लाइन में से एक होगी।

आठ कारों की 31 ट्रेन सेट का है कॉन्ट्रैक्ट 

सितंबर 2018 में फ्रांस निर्माता कंपनी एल्सटॉम को एमएमआरसीएल द्वारा मुंबई मेट्रो लाइन-3 के लिए 248 मेट्रो कारों की आपूर्ति के लिए लगभग 315 मिलियन यूरो का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। इस कॉन्ट्रैक्ट में आठ कारों की 31 हल्की, पूरी तरह से सुसज्जित आधुनिक यात्री ट्रेन सेटों का डिजाइन, वितरण और कमीशनिंग शामिल है। यह भी पहली बार है कि मेट्रो कारों में 75 प्रतिशत मोटराइजेशन होगा, जो की क्विक एक्सेलेरेशन और डिक्लेरेशन को सक्षम करेगा जिससे ऑपरेशन में अधिक दक्षता आएगी। इसके अलावा, यह मुंबई का पहला यूटीओ (अनअटेंडेड ट्रेन ऑपरेशन) प्रोजेक्ट भी होगा और दिल्ली लाइन-7 और 8 के बाद भारत का दूसरा प्रोजेक्ट होगा। मुंबई मेट्रो लाइन-3 वर्तमान में निर्माणाधीन है और ज्यादातर काम पूरा हो चुका है। इस साल के अंत तक कुछ हिस्सों के चालू होने की उम्मीद है। बीकेसी और सीप्ज के बीच प्रोजेक्ट का पहला चरण इस साल दिसंबर तक तैयार होने और जनता के लिए खुलने की उम्मीद है।

दिसंबर 2023 के अंत तक होगा पूरा

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मई में जब मेट्रो-3 के काम का जायजा लिया था तब उन्होंने कहा था कि इस प्रोजेक्ट का लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है और मेट्रो रेलवे का यह चरण दिसंबर 2023 के अंत तक पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि परियोजनाएं समय पर पूरी हो जाएंगी। गौरतलब है कि मेट्रो 3 रूट को मेट्रो-1, 2, 6 और 9 के साथ-साथ मोनोरेल से जोड़ा गया है। इसके अलावा उपनगरीय रेल लाइन को मुंबई हवाई अड्डों के अलावा चर्चगेट और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से जोड़ा जाएगा। अब तक मेट्रो-3 की तीन ट्रेनें मुंबई में आ चुकी हैं जबकि दो और ट्रेनें आंध्र प्रदेश के ओस्टोम कारखाने से मुंबई के लिए रवाना हो गई हैं। इन ट्रेनों के 17 या 18 मई तक मुंबई पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद बाकी 4 ट्रेनें हर महीने 2 बार मुंबई में प्रवेश करेंगी। 2024 तक मेट्रो-3 के 8-8 कोच वाली 31 ट्रेनों का संचालन होगा और 2041 तक मेट्रो-3 प्रतिदिन 6.65 लाख वाहनों को कम कर देगी। इस मार्ग से हर साल 2.61 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी।