मुंबई: महाराष्ट्र ( Maharashtra) के 300 विधायकों (MLAs) को मुफ्त में घर (Free House) नहीं मिलेगा। इस बात की घोषणा गृह निर्माण मंत्री जीतेन्द्र अहवाड (Jitendra Ahwad) ने किया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने विधानसभा में एक अहम घोषणा करते हुए 300 विधायकों को घर देने की बात कही थी। मंत्री अहवाड ने अब इस पर सफाई देते हुए कहा है कि संबंधित विधायकों को घरों की कीमत चुकानी होगी, जो प्रति घर 70 लाख रुपए हो सकती है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि विधायकों के लिए बन रहे घरों पर बीजेपी (BJP) को हंगामा नहीं करना चाहिए। मैं साफ़ करना चाहता हूं कि विधयाकों मुफ्त में घर नहीं दिए जाएंगे।
आमदारांना देण्यात येणाऱ्या घरांवरून बराच गदारोळ होतोय.मी स्पष्ट करू इच्छितो की,सदर घरे मोफत देण्यात येणार नसून त्या जागेची किंमत+बांधकाम खर्च(अपेक्षित खर्च 70 लाख) याची किंमत संबंधित आमदारांकडून आकारण्यात येणार आहे.
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) March 25, 2022
सरकार गिरने का डर
मुख्यमंत्री ठाकरे द्वारा 300 विधायकों के लिए घर की घोषणा के बाद से बीजेपी नेताओं ने आघाडी सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी थी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि मुख्यमंत्री ठाकरे को डर है कि आघाड़ी के विधायक भाग जाएंगे और सरकार गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले 2 करोड़ रुपए के विधायक कोष 4 करोड़ रुपए किया गया। अब इसे बढ़ाकर 5 करोड़ रुपए कर दिया गया है। मंत्रियों के ड्राइवर और सहायकों के वेतन में भी वृद्धि की गई है। ऐसे में आखिर विधायकों को मुफ्त में घर क्यों चाहिए।
शहीद जवानों के छोटे बच्चों, उनके बुजुर्ग माता-पिता, उनकी विधवाओं और जिन परिवारों के सिर पर छत नहीं है। ऐसे जरूरतमंद लोगों को पहले मुफ्त में घर दिया जाना चाहिए। सवाल यह है कि विधायकों के भाग जाने के डर से आघाडी सरकार ने इस तरह की घोषणा की है।
-राम कदम, बीजेपी विधायक
हम लोगों के लिए राजनीति में आए हैं। इसलिए मैं अन्य विधायकों से अपने अधिकारों को त्यागने का आग्रह करती हूं। मेरे जैसे कई विधायक हैं, जिनका मुंबई में अपना घर है। इसलिए मुझे इस घर की जरूरत नहीं है। ऐसे में विधायकों को मिलने घर का इस्तेमाल लोगों के इलाज और उनकी सुविधा के लिए किया जाना चाहिए।
-प्रणति शिंदे, कांग्रेस विधायक
कुछ विधायक अमीर होते हैं, लेकिन उनका प्रतिशत बहुत कम है। हालांकि ज्यादातर विधायकों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है। ऐसे विधायकों को अगर मुंबई में घर मिल जाता है तो उन्हें सुविधा होगी। विधायकों को घर मिलता है तो इसमें गलत क्या है।
-प्रियंका चतुर्वेदी, शिवसेना सांसद