Tilak nagar Nirbhaya Squad

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    मुंबई: तिलक नगर पुलिस (Tilak Nagar Police) की निर्भया पथक (Nirbhaya Squad) ने करीब 16 घंटे की परिश्रम के बाद एक 10 वर्षीय गुमशुदा बालक को सुरक्षित उसके परिजनों से मिलाने का सराहनीय कार्य किया है। पुलिस ने पीड़ित बच्चे के पहने मदरसे की यूनिफार्म और गोवंडी (Govandi) और शिवाजी नगर (Shivaji Nagar) और मानखुर्द (Mankhurd) की दर्जनों मस्जिदों में ऐलान कराने के बाद उसके माता-पिता तक पहुंच सकी थी। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने निर्भया पथक के सराहनीय काम का अभिनंदन किया। 

    निर्भया पथक चीफ और पुलिस उप निरीक्षक श्रद्धा पारसे ने बताया कि मानखुर्द स्थित इलाके में रहने वाला दस साल का बच्चा अपने दोस्त के साथ साइकिल लेने के लिए घर पर बिना बताए रात के समय शिवाजी नगर इलाके में गया था। वहां दोनों बिछड़ गए और रात करीब 10 बजे बच्चा भटकते हुए चेंबूर के छेड़ा नगर इलाके में पहुंच गया। उ0स समय पेट्रोलिंग कर रही निर्भया पथक ने बच्चे को अकेला देख पूछताछ की, लेकिन वो घर का पता और परिजनों के मोबाइल नंबर बताने में असमर्थ था। जिसके बाद उसे तिलक नगर पुलिस स्टेशन लाया गया। 

    बच्चे के पैरेंट्स तक ऐसे पहुंची पुलिस

    वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक सुनील काले और पुलिस निरीक्षक विलास राठोड के मार्गदर्शन में पुलिस इंस्पेक्टर राजदत्त कांबले, सब इंस्पेक्टर शेडगे, पुलिस शिपाई बनसोडे और निमगिरे की मदद से पीड़ित के पहने हुए मदरसे की यूनिफार्म की मदद से इलाके में और फिर मस्जिदों में ऐलान कराने के बाद पुलिस बच्चे के पैरेंट्स तक पहुंची और छानबीन करने के बाद उन्हें उनका बेटा सौंप दिया।