BULLET TRAIN

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    मुंबई: पीएम मोदी (PM Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट (Dream Project) मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन (Mumbai-Ahmedabad Bullet Train) की डेडलाइन (Deadline) बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। देश की पहली हाई स्पीड रेल का परियोजना का काम गुजरात (Gujarat) में भले हो फ़ास्ट ट्रैक पर चल रहा हो, परन्तु महाराष्ट्र (Maharashtra) में अब तक भूमि अधिग्रहण न हो पाने से जमीनी स्तर पर काम ही शुरू नहीं हो पाया है।

    रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, फिलहाल बुलेट ट्रेन की डेडलाइन 2026 रखी गई है।परंतु कुछ समस्याओं के चलते और देरी हो सकती है। दो दिन पहले एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए बुलेट ट्रेन के सवाल पर रेल मंत्री ने स्वयं पूछा  कि क्या मुंबई के लोगों को बुलेट ट्रेन नहीं चाहिए। अश्विनी वैष्णव का यह सवाल महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन की जमीन अधिग्रहण से जोड़ कर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बुलेट ट्रेन के लिए गुजरात में 98  प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हुआ है,जबकि महाराष्ट्र में मात्र 31 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हुआ है।राज्य में सरकार बदलने के बाद पिछले 2 वर्ष में जमीन का अधिग्रहण नहीं हो पाया। जापान सरकार की मदद व एनएचएसआरसीएल के माध्यम से चल रहे बुलेट ट्रेन काफी काम गुजरात में हो चुका है। सितंबर 2017 में पहली बार इस परियोजना पर काम शुरू हुआ।

    2023 था लक्ष्य

    508.17 किमी के इस प्रॉजेक्ट का 155.76 किमी हिस्सा महाराष्ट्र में, 384.04 किमी हिस्सा गुजरात में और 4.3 किमी हिस्सा दादरा नगर हवेली में है। प्रॉजेक्ट को पूरा करने की शुरुआती डेडलाइन 2023 थी, लेकिन यह अब बढ़कर 2026 हो गई है। जमीन का 28 फीसदी हिस्सा महाराष्ट्र में है, जबकि गुजरात में 97 फीसदी हिस्से और दादरा नगर हवेली में शत-प्रतिशत हिस्से पर अधिग्रहण हो चुका है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार हाई स्पीड ट्रेन चलाने से पहले देश की परिस्थिति के हिसाब से तैयारी करनी होती है। जापानी अधिकारियों को भी वातावरण के हिसाब से काम में अड़चन आती है,हालांकि कोरोनाकाल में भी काम हुआ है।प्रॉजेक्ट के लिए 140 पिलर भी कास्ट किए जा चुके हैं। वापी से अहमदाबाद के बीच तेजी से काम जारी है।

    महाराष्ट्र में प्रयास जारी

    बुलेट ट्रेन प्रॉजेक्ट को रफ्तार देने के लिए  रेल राज्य मंत्री राव साहब दानवे ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक भी की है।बताया गया कि पालघर जिले के 12 गांव जमीन देने को तैयार हुए है ।वसई में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए आवश्यक लगभग 2,000 मकान विभिन्न इमारतों और चॉल में फैले हुए हैं। ठाणे और भिवंडी तालुके में लगभग 75 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। 42 एकड़ जमीनमालिकों की सहमति मिल गई है। शेष भूमि के लिए प्रयास चल रहा है। गुजरात के वापी, बिलमोरा, सूरत और भरूच स्टेशन का काम हो रहा है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बुलेट ट्रेन पर काम अपनी गति से चल रहा है, महाराष्ट्र सरकार के  सहयोग की आवश्यकता है।

    12 स्टेशन होंगे

    मुंबई के बीकेसी से लेकर अहमदाबाद के साबरमती तक कुल 12 स्टेशन बनाने की योजना है। नेशनल हाई स्पीड रेलवे कॉरपोरेशन ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से कल्याण शिलफाटा तक 21 किलोमीटर एक भूमिगत मार्ग होगा और ठाणे खाड़ी से होकर गुजरेगा। ठाणे क्रीक से करीब 7 किमी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए  सर्वे का काम पूरा हो गया है। नई ऑस्ट्रियाई पद्धति का उपयोग कर यह काम किया जाएगा।