मुंबई: नागपूर (Nagpur) में विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। आज इस अधिवेशन का दूसरा दिन है। कोरोना की वजह से दो साल बाद होने वाले इस अधिवेशन में कई बड़े मुद्दों पर चर्चा होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, पहले दिन सरकार और विपक्ष के बीच महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमा मुद्दे को लेकर बहस हुई।
वहीं, शीतकालीन सत्र के दौरान एनसीपी विधायक रोहित पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा है। रोहित पवार ने अपने पत्र के जरिए मुख्यमंत्री से एक अपील की है। उन्होंने अपने पत्र में महात्मा फुले, क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले और उनकी सहयोगी फातिमा शेख द्वारा पुणे में लड़कियों के लिए शुरू किए गए पहले स्कूल के भवन भिड़ेवाड़ा के लिए धन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
महात्मा फुले, क्रांतीज्योती सावित्रीबाई फुले आणि त्यांच्या सहकारी फातिमा शेख यांनी पुण्यात सुरु केलेल्या मुलींच्या पहिल्या शाळेची वास्तू असलेल्या भिडेवाड्याची दूरवस्था झाली आहे. स्त्री शिक्षणाचा पाया ज्या वास्तूत रचला तिची दूरवस्था होणं, हे योग्य नाही. pic.twitter.com/MJNCQpZIpH
— Rohit Pawar (@RRPSpeaks) December 20, 2022
उन्होंने आगे लिखा, ‘1 जनवरी, 1848 को महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले और उनकी सहयोगी फातिमा शेख ने भिड़ेवाडा में लड़कियों के लिए पहला स्कूल शुरू किया। महात्मा फुले के कार्यों से महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला और यही कारण है कि आज महिलाएं शिक्षा प्राप्त कर अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ी हैं। लेकिन स्त्री शिक्षा का गवाह भिड़ेवाडा की अवस्था ठीक नहीं है। बुधवार पेठे की यह हवेली कभी भी गिर सकती है और सरकार इसकी अनदेखी कर रही है। वह महल जहां महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले ने लड़कियों का पहला स्कूल खोला था, जहां महिला शिक्षा की नींव रखी गई थी। छात्राओं ने सीखा और अपने पैरों पर खड़ी हुईं। उस भवन की वर्तमान स्थिति दुर्भाग्य से बहुत खराब है। इस जगह पर फिर से गरीब लड़कियों के लिए स्कूल शुरू करने की जनता की मांग है।’