Oxygen crisis deepens amid rising corona cases in Indonesia, calls for supplies from other countries including Singapore, China
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    मुंबई. मुंबई (Mumbai) में मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि के बाद भी मुंबई महानगरपालिका कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) से चिंतित नहीं है। कोरोना मरीजों (Corona Patients) की वृद्धि होने से सबसे अधिक चिंता मेडिकल ऑक्सीजन (Oxygen) की रहती है, लेकिन दो लहर से मिले सबक के बाद बीएमसी (BMC) की तरफ से ऑक्सीजन को लेकर की गई तैयारियों के कारण चिंता खत्म हो गई है। 

    मुंबई में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का भंडारण है। दूसरी लहर में इलाज के लिए 235 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ी थी। तब ऑक्सीजन बाहर से लानी पड़ी थी।

    50 प्रतिशत जरुरत पूर्ण 

    अब तीसरी लहर का सामना करने के लिए बीएमसी ने 50 फीसदी ऑक्सीजन निर्मित करने की क्षमता हासिल कर ली है।  आने वाले दिनों में बीएमसी 77 जगहों पर शुरु किए गए ऑक्सीजन प्लांट और दो स्थानों पर रिफिलिंग प्लांट, भंडारण सुविधाओं आदि के माध्यम से कुल ऑक्सीजन खपत का 50% जरूरत को पूरा कर लिया जाएगा। तीसरी लहर से बहुत आसानी से निपटा जा सकता है।

    चार नए जंबो कोविड सेंटर

    अस्पतालों और जंबो कोविड सेंटरों में मरीजों का इलाज किया जा रहा है, लेकिन अब इसमें तीसरी लहर से पहले चार और कोविड सेंटर जोड़े जा रहे हैं। महालक्ष्मी, सायन-चुनाभट्टी, मालाड और कांजुरमार्ग इन चार स्थानों पर नए जंबो कोविड सेंटर शुरू किए जा रहे हैं। मलाड और कांजूरमार्ग का काम पूरा हो चुका है। तो बाकी दो जंबो कोविड सेंटर का काम अंतिम चरण में है।

    …तो होगा सिलेंडर ऑक्सीजन का उपयोग 

    बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि पहले हमें बाहर से ऑक्सीजन के लिए इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब बीएमसी की ओर से उपनगरीय अस्पतालों और जंबो कोविड सेंटर में 77 ऑक्सीजन उत्पादन परियोजनाएं स्थापित की गई हैं। केंद्रीय प्रणाली के माध्यम से पाइप के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रत्येक बिस्तर से जुड़ी हुई है। योजना स्थायी है, बहुत जरूरी हुआ तो ही ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग किया जाएगा।

    केंद्रीय प्रणाली के उपयोग से ऑक्सीजन की खपत में भी भारी बचत होगी। पिछली बार मुंबई को कुल 235 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता थी। बीएमसी ने सभी अस्पताल और कोविड सेंटर में बेड और वहां होने वाली ऑक्सीजन की खपत की जानकारी जुटाई है। यहां कुल ऑक्सीजन का 20 से 30 प्रतिशत अधिक उपयोग मानकर नियोजन किया है। इससे पूर्व 235 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता थी, लेकिन इतने ऑक्सीजन का इस्तेमाल कभी नहीं किया गया।

    -सुरेश काकानी, अतिरिक्त आयुक्त, बीएमसी