मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) और राज्य की उप राजधानी नागपुर (Nagpur) को जोड़ने वाले समृद्धि एक्सप्रेस-वे (Samridhi Expressway) का पहला फेज-1 मई से खुल जाएगा। राज्य के सार्वजनिक उपक्रम एवं नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Minister Eknath Shinde) के अनुसार नागपुर से शिर्डी (Shirdi) तक पहले चरण का काम लगभग पूरा होने को है। इसके फेज 1 पर महाराष्ट्र दिवस से यातायात शुरू किए जाने की योजना है। समृद्धि के दोनों किनारों पर यात्री सुविधा के साथ-साथ निकास बिंदुओं पर टोल प्लाजा का निर्माण शुरू है।
701 किलोमीटर लंबे इस बहुद्देश्यीय एक्सप्रेस-वे की ग्रांड ओपनिंग एक साल बाद होगी। शिर्डी से इगतपुरी तक दूसरे चरण और इगतपुरी से मुंबई तीसरे चरण का कार्य भी चल रहा है। एमएसआरडीसी के अनुसार, यह काम भी एक साल के अंदर पूरा हो जाएगा।
देश का पहला ग्रीन एक्सप्रेस-वे
सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ शिंदे के अनुसार, समृद्धि एक्सप्रेस-वे देश का पहला ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे होगा। नागपुर और शिर्डी के बीच 520 किमी खंड को 1 मई से खोला जाएगा। इसके अलावा इसे नागपुर से गढ़चिरोली तक आगे ले जाने की योजना है। शिंदे ने कहा कि कोरोना की वजह से एक्सप्रेस-वे के निर्माण में कुछ देरी हुई है। दूसरे चरण के काम की रोजाना समीक्षा हो रही है। समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर शिर्डी से इगतपुरी और कसारा तक दूसरे चरण का काम हो रहा है। दूसरे चरण में इगतपुरी के पास सबसे लंबी सुरंग और अन्य वायडक्ट का काम हो गया है।
लगेगी बालासाहेब ठाकरे की प्रतिमा
समृद्धि हाईवे पर नागपुर की तरफ जीरो पॉइंट पर स्पेशल रोटरी सर्कल बनाने का काम भी चल रहा है। सर्कल के बीच में दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की प्रतिमा लगाने की योजना है। जिनका नाम इस एक्सप्रेस-वे को दिया गया है।
बने 76 अंडरपास
इस ग्रीन हाईवे की एक और बड़ी खासियत यह है कि यहां वन्य जीवों की सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया है। समृद्धि हाईवे पर 8 ओवरपास और 76 अंडरपास बनाए गए हैं, ताकि वन्यजीवों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में दिक्कत न हो। वन्यजीवों को ध्वनि प्रदूषण से बचाने के लिए शोर अवरोधक लगाए गए हैं। इन ओवरपास से वन्यजीवों का आना-जाना शुरू हो गया है।
150 की स्पीड से दौड़ेंगे वाहन
701 किमी ग्रीन एक्सप्रेस-वे पर 150 किमी की स्पीड़ से वाहन दौड़ सकेंगे। एक्सप्रेस-वे के पुरी तरह शुरू हो जाने पर मुंबई-नागपुर के बीच की दूरी मात्र 6 से 7 घंटे में सिमट जाएगी।
10 जिलों से आगे तक समृद्धि
लगभग 55,335 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेस-वे को राज्य के 10 जिलों, 26 तालुकों और 392 गांवों से आगे ले जाने का निर्णय हुआ है। इनमें ठाणे, नासिक, अहमदनगर, जालना, औरंगाबाद, बुलढाणा, वाशिम, अमरावती, वर्धा और नागपुर प्रमुख हैं। इसे अब गढ़चिरोली तक बढ़ाने की योजना है।