Dharavi and Mithagar

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सैयद जाहिद अली@नवभारत 
मुंबई: राज्य सरकार के नित ने फरमान से धारावी की जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, मुलुंड डंपिंग ग्राउंड की जमीन पर रहने के लिये धारावी की जनता वैसे भी तैयार नहीं थी, मुलुंड के निवासियों ने भी धारावी के लोगों को मुलुंड मे बसाने का विरोध किया। तब राज्य सरकार ने मीठागर की जमीन पर धारावी के लोगों को बसाने की योजना बनाई। इससे धारावी  की जनता (Public) का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। धारावी की जनता ने धारावी के विकास का ठेका अदानी को दिए जाने की वजह से नाराजगी जाहिर की थी। उनका कहना है कि वो धारावी के विकास के खिलाफ़ नहीं हैं लेकिन धारावी का पुनर्विकास (Dharavi Redevelopment Project) किसी दूसरे बिल्डर से कराया जाए। अदानी पर उनको विश्वास नहीं है, लेकिन अब उन्हें लगने लगा है कि राज्य सरकार अदानी के लिये एक के बाद एक रास्ते साफ करती जा रही है और अदानी की मदद में जुट गई है। धारावी की जनता के साथ राज्य सरकार खिलवाड़ कर रही है ऐसा आरोप जनता लगा रही है, उनका कहना है कि सरकार कभी कहती है धारावीकरों का माटुंगा पश्चिम रेल्वे की जमीन पर पुनर्वसन किया जायेगा, तो कभी कहती है कि धारावी के अयोग्य झोपडा धारकों को मुलुंड के डंपिंग ग्राउंड पर बसाया जायेगा। अब उन्हें वडाला के कोरबा मीठागर साल्ट पेन (Mithagar Salt Pan) की जगह पर बसाने की साजिश शुरु हो गई।  

सरकार पर धारावी की जनता से धोखा करने का आरोप
संत ककैया मार्ग के निवासी संजय कनौजिया का कहना है कि हमारा बचपन यहीं बीता, हमारे माता पिता एक सपना देखा करते थे कि कभी धारावी का विकास होगा और बच्चे बिल्डिंगों मे रहेंगे। उन्हें क्या पता था कि उनके सपने सपने ही रहेंगे और धारावी से उठाकर जनता को साल्ट पेन की जगह पर फेंक दिया जाएगा। वहीं कमला नेहरू नगर के  महादेव नाचरे सरकार पर जनता विरोधी होने और उद्योगपतियों का साथ देने का आरोप लगाते हैं और भविष्य के प्रति उदास हो रहे हैं उनका कहना है कि सभी चाहते है की धारावी के लोग धारावी मे रहें। 

अदानी को फायदा पहुंचने की साज़िश
मुलुंड़ की जमीन 64 एकड थी, अब इसके बजाय मीठागर साल्ट पेन की जगह 284 एकड है, ये जमीन हस्तांतरित करने के लिये राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार को लिखा है, सरकार मुंबई की जमीनें अदानी को देना चाहती है। धारावी की जनता को सब धोखे मे रख कर किया जा रहा है। धारावी बचाओ आंदोलन अब उग्र आंदोलन की तैयारी कर रहा है। सभी पार्टियों के लोग इसमे शामिल होंगे। (संजय भालेराव, समन्वयक धारावी बचाओ आंदोलन)

करो या मारो आंदोलन की चेतावनी
मुंबई की साल्ट पेन की जमीन पर धारावी की जनता हरगिज नहीं जाएगी, धारावी के रोजगार बर्बाद हो जाएंगे, जनता आंदोलन पर उतर आएगी करेगी या मरेगी, यहां की जनता एक बैनर के नीचे आंदोलन करेगी क्योंकि घर के बदले घर और धारावी मे ही पुनर्वसन हमारी मांग है। हम कहीं नहीं जाएंगे। (मासूम शैख, स्थानीय निवासी एवं व्यापारी)