मुंबई. कांग्रेस (Congress) की हालत पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (NCP President Sharad Pawar) की आलोचना को सकारात्मक तरीके से लिया जाना चाहिए। यह बात पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने कही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को इस बात पर मंथन करना चाहिए कि उनके नेता पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं। क्या वे अपने दम पर राज्यों के चुनाव जीत रहे हैं।
मलिक ने कहा कि शरद पवार ने अपनी आलोचना के माध्यम से इस पर ध्यान दिलाया है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं को इसे सकारात्मक रूप से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने के पवार के प्रयासों में कांग्रेस समेत सभी को योगदान देना चाहिए। पवार ने पिछले सप्ताह एक मराठी न्यूज पोर्टल से कहा था कि कांग्रेस ऐसे कमजोर जमींदार की तरह है, जो अब अपना घर नहीं संभाल सकता। उन्होंने कहा कि नेतृत्व के मुद्दे पर कांग्रेस के नेता बहुत ‘संवेदनशील’ हैं और किसी भी सुझाव को मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
नाना पटोले ने तीखी प्रतिक्रिया दी
उनका इशारा कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कांग्रेस में चल रहे अन्दुरुनी गतिरोध से था। हालांकि पवार का बयान कांग्रेस नेताओं को नागवार गुजरा और महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिन नेताओं पर पार्टी ने भरोसा किया था, उन्होंने बाद में कांग्रेस को लूट लिया। वहीँ कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पवार को कांग्रेस में फिर से शामिल होने का ऑफर दिया है।