Mumbai-Nagpur Samriddhi Expressway

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    मुंबई: नागपुर (Nagpur) से मुंबई (Mumbai) के बीच समृद्धि एक्सप्रेस-वे (Samriddhi Expressway) के खुलने का इंतजार बढ़ता जा रहा है। नागपुर से शिर्डी तक बन कर तैयार समृद्धि एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का लोकार्पण पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)  के हाथों जोर-शोर से करने की योजना राज्य सरकार ने बनाई है। चर्चा थी कि 15 अगस्त के पहले पीएम समृद्धि का लोकार्पण करेंगे। उसके हिसाब से एमएसआरडीसी ने तैयारी भी की थी, परंतु पीएम का समय न मिल पाने के कारण उद्घाटन का मुहूर्त टल गया।

    उल्लेखनीय है कि नागपुर से शेलुगांव तक 210 किलोमीटर के पहले पैच को महाराष्ट्र दिवस निमित्त 2 मई से तत्कालिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हाथों खोलने की तैयारी की गई थी, लेकिन वाइल्डलाइफ ओवरपास के काम में तकनीकी गड़बड़ी के अलावा चारदिवारी का काम पूरा न होने के चलते लोकार्पण टाल दिया गया। इस बीच जून में सरकार ही बदल गई। शिंदे-फडणवीस सरकार ने सीधे करीब 520 किलोमीटर के हाइवे को शुरू करने की योजना बनाई। एमएसआरडीसी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नागपुर से शिर्डी तक एक्सप्रेस-वे शुरू करने की तैयारी तो है, परंतु तारीख अभी निश्चित नहीं हो पाई  है।

    पितृ पक्ष के बाद ही होगा लोकार्पण

    शिर्डी से नागपुर तक समृद्धि एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का लोकार्पण अब पितृ पक्ष के बाद ही होने की संभावना है ।गणपति उत्सव खत्म होने के बाद 15 दिनों का पितृ पक्ष होगा। शिंदे-फडणवीस सरकार अपने इस बहुउद्देशीय ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत पितृ पक्ष में नहीं करना चाहेगी। उसके बाद नवरात्र और दशहरे पर मुहूर्त निकल सकता है। बताया गया कि अब पीएम नरेंद्र मोदी ही लोकार्पण की तारीख तय करेंगे।

    तीन चरणों में निर्माण  

    2024 में होने वाले लोकसभा-विधानसभा चुनाव के पहले समृद्धि एक्सप्रेस-वे को मुंबई तक खोलने का लक्ष्य है। वैसे दिसंबर 2023 तक ही खोलने की तैयारी है। दूसरे-तीसरे चरण में शिर्डी से इगतपुरी और ठाणे तक का कार्य भी चल रहा है। साल के अंत तक 623 किलोमीटर हाइवे को खोल दिया जाएगा। राज्य की उप राजधानी नागपुर से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को जोड़ने वाले समृद्धि एक्सप्रेस-वे का 701 किलोमीटर का काम 18 पैकेज में हो रहा है। इस बहुद्देश्यीय एक्सप्रेस-वे को स्व. बालासाहेब ठाकरे का नाम दिया गया है।

    एक्सप्रेस-वे पर सुविधा तैयार

    एमएसआरडीसे  के अनुसार समृद्धि एक्सप्रेस-वे के पहले चरण में एम्बुलेंस सेवाएं, टोल संग्रह प्रणाली, पेट्रोल पंप आदि सुविधाएं तैयार हैं। वाहनधारकों से 1.72 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूला जाएगा। राजमार्ग को 150 किलोमीटर/घंटा तक की गति के लिए डिज़ाइन किया गया है, जबकि गति सीमा 120 किलोमीटर/घंटा निर्धारित है। इस एक्सप्रेस-वे पर पहले वर्ष में प्रति दिन लगभग 25,000 वाहन चलने की उम्मीद है। समृद्धि हाइवे राज्य के 10 जिलों, 26 तालुकों और 392 गांवों से होकर गुजरेगा।