Arrest
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    नागपुर. कोरोना काल में पैरोल लेकर जेल से रिहा हुए करीब 400 से ज्यादा कैदी समयावधि खत्म होने के बाद वापस जेल नहीं गए. इन अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है. अब तक 62 कैदियों को गिरफ्तार करके जेल पहुंचाया जा चुका है. किसी सगे व्यक्ति की मौत या शादी होने पर कैदियों को तय समयावधि के लिए जेल से पैरोल पर रिहा किया जाता है. यह भी उनके बर्ताव पर निर्भर करता है लेकिन कोरोना की पहली लहर में गृह विभाग ने जेल में कोविड न फैले इसके लिए कैदियों को जेल से रिहा करने के आदेश दिए थे.

    नागपुर सेंट्रल जेल से 493 कैदियों को रिहा किया गया था. दूसरी और तीसरी लहर में जेल प्रशासन ने उनकी पैरोल की अवधि बढ़ा दी थी लेकिन अब गृह विभाग ने पैरोल की अवधि और न बढ़ाने के आदेश दिए है. जिन कैदियों की पैरोल की अवधि खत्म हो गई है वे भी जेल नहीं लौट रहे हैं. ऐसे में पुलिस विभाग ने उन्हें पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया है. एक ही दिन में पुलिस ने 62 कैदियों को गिरफ्तार कर जेल पहुंचाया है. 10 कैदी अब भी गिरफ्त से बाहर है. कुछ बीमार है और उपचार चल रहा है.

    अधिकांश कैदी भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर, वर्धा और गड़चिरोली जिले के हैं. उनकी जानकारी संबंधित जिले की पुलिस को दी गई है. जून महीने में करीब 43 कैदियों की पैरोल खत्म हो रही है. उनकी सूची तैयार की जा रही है. क्राइम ब्रांच सहित सभी थानेदारों को पैरोल लेकर फरार होने वाले कैदियों को ढूंढने के लिए लगातार जांच करने के निर्देश दिए गए.