नागपुर. उप्पलवाड़ी परिसर में स्थित एक आइस फैक्ट्री के अमोनिया टैंक में भयानक विस्फोट हुआ. धमाके से पूरा परिसर हिल गया. इस हादसे में 3 मजदूरों के जख्मी होने की जानकारी है. पूरे इलाके में अफरातफरी मची हुई है. परिसर में अमोनिया गैस फैलने से स्थानीय नागरिकों की तबीयत भी बिगड़ गई. पुलिस और दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला. गड्डीगोदाम निवासी विजय जुगलकिशोर शाहू की उप्पलवाड़ी परिसर में बालाजी आइस फैक्ट्री है. 5,000 वर्ग फुट में फैली इस फैक्ट्री का उत्पादन बीते वर्ष जून से बंद है. फैक्ट्री के पहले माले पर मजदूर रहते हैं, जबकि तल मंजले पर फैक्ट्री की मशीनें लगी हुई हैं.
सप्ताह में 2 बार फैक्ट्री की मशीने शुरू की जाती हैं. विजय अपने परिवार के साथ शहर से बाहर गए हैं, इसलिए उनका भतीजा अजय शाहू सारा काम देखता है. शनिवार की शाम 3 मजदूर फैक्ट्री में सफाई का काम कर रहे थे. बताया जाता है कि इसी दौरान अमोनिया टैंक से गैस लीक होने लगी. टैंक में विस्फोट हो गया. टैंक के पुर्जे 300 से 400 मीटर दूर तक उड़े. तीनों कर्मचारी जख्मी हो गए. एक की गर्दन पर चोट लगी, जबकि दूसरा अमोनिया गैस की वजह से बेहोश हो गया. स्थानीय नागरिकों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी.
खबर मिलते ही कपिलनगर पुलिस मौके पर पहुंची और मदद के लिए दमकल विभाग को बुलाया गया. मास्क पहनकर दमकल कर्मियों ने जख्मी मजदूरों को बाहर निकाला. उन्हें उपचार के लिए मेयो अस्पताल में भेजा गया. जांच करने पर पता चला कि टैंक में करीब 1,000 किलो अमोनिया गैस थी. टैंक फटने के कारण हवा के साथ अमोनिया गैस पूरे परिसर में फैलने लगी. लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. पुलिस ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फैक्ट्री के आसपास 300 मीटर तक के सभी मकान खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया.
घरों की खिड़की टूटी, कई वाहनों को नुकसान
स्थानीय नागरिकों की मानें तो धमाका इतना भयानक था कि उनके घर की दीवारें तक हिल गईं. दूर तक धमाके की आवाज सुनाई दी. फैक्ट्री की दीवारें क्षतिग्रस्त हुईं. टैंक और मशीनों के पुर्जे उड़कर लोगों के घरों में गिरे. मकानों की खिड़कियां फूट गईं. कई चारपहिया और दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए. नागरिकों को सांस लेने में परेशानी होने लगी और आंखों में जलन होने लगी. आसपास रहने वाले नागरिकों ने अपने रिश्तेदारों के घर में शरण ली. पुलिस का कहना है कि विस्फोट कैसे हुआ यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा. इसके लिए विशेषज्ञों द्वारा जांच करवानी होगी. फैक्ट्री में और भी मजदूर काम कर रहे थे. 3 जख्मी हुए हैं. डॉक्टर के अनुसार उनकी हालत स्थिर है. जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.