Thane Fire News
ठाणे में गोदाम के लगी आग (प्रतीकात्मक तस्वीर)

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नागपुर. बेसा-घोगली रोड पर स्थित वैद्य इंडस्ट्रीज की फैक्ट्री में बुधवार की शाम भयानक आग लगी. आग इतनी तेजी से फैली कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला. शुरुआत में तो 5 ही दमकल वाहन राहत कार्य के लिए बुलाए गए थे लेकिन आग का भयानक रूप देखकर विविध फायर स्टेशनों से करीब 20 वाहन बुलवाए गए. परिसर में ज्वलनशील पदार्थ रखा होने के कारण आग फैलती ही जा रही थी. देर रात तक दमकल विभाग आग बुझाने के काम में जुटा रहा. यह कंपनी के निदेशक वंदना वैद्य और मायादेवी वैद्य बताए गए. वैद्य इंडस्ट्रीज में फर्नीचर और सैनिटरी नैपकिन बनाने का बड़ा यूनिट है. शाम 6 बजे के दौरान फैक्ट्री में आग लग गई.

आग इतनी तेजी से फैली की सभी कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए बाहर भाग निकले. घटना की जानकारी दमकल विभाग को दी गई. एनएमआरडीए के मुख्य अग्निशमन अधिकारी गणेश खरटमल 3 दमकल वाहनों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. वहीं महानगर पालिका से भी मदद मांगी गई. सीएफओ चंदनखेड़े सहित नरेंद्रनगर और सक्करदरा फायर स्टेशन के अधिकारी भी 2 वाहनों के साथ मौके पर पहुंच गए लेकिन आग तेजी से फैल रही थी. आसपास के प्रतिष्ठानों को नुकसान न हो इसीलिए चारों तरफ से पानी की मार की गई लेकिन हालात ऐसे थे कि आग बुझाए नहीं बुझ रही थी. उलटा आग की लपटें बढ़ती जा रही थीं.

इसीलिए सिटी फायर स्टेशनों से 15 वाहन और बुलाए गए. पूरे परिसर को घेरा किया गया. खरटमल ने बताया कि कंपनी में फर्नीचर और सैनिटरी नैपकिन बनाए जाते हैं. इसीलिए फैक्ट्री में विभिन्न प्रकार के केमिकल, कोटिंग पाउडर, लकड़ा और अन्य ज्वलनशील पदार्थ बड़े पैमाने पर स्टोर किए गए थे. इन पदार्थों के कारण ही आग बढ़ती जा रही है. केवल पानी से आग बुझाना मुमकिन नहीं था. इसीलिए फोम के साथ पानी की मार की जा रही है. फैक्ट्री में बहुत बड़े पैमाने पर तैयार और कच्चा माल रखा हुआ है. इसीलिए आग बुझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. फिर दमकल विभाग के कर्मचारियों ने भीतर प्रवेश कर 40 से 50 एलपीजी और ऑक्सीजन सिलेंडर बाहर निकाले हैं. पानी के लिए दमकल वाहनों के कई बार फेरे हो चुके हैं. संयुक्त रूप से आग बुझाने का काम किया जा रहा है.

आग का कारण पूछने पर खरटमल ने बताया कि पहली प्राथमिकता आग बुझाना है. फिलहाल कोई जनहानि का समाचार नहीं है. फैक्ट्री में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम थे या नहीं इसकी विस्तृत जांच की जाएगी. फैक्ट्री का फायर ऑडिट कब हुआ था इसकी जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है. बताया जाता है कि फैक्ट्री के लोगों ने मौके पर पहुंचे स्थानीय नागरिकों के साथ हाथापाई भी की. मीडियाकर्मियों के साथ भी गालीगलौज और हाथापाई की गई. इस फैक्ट्री के बिल्कुल सामने सीमेंट रोड का निर्माणकार्य चल रहा है. ऐसे में पहले से ही यातायात बाधित था. आग लगने के कारण इस मार्ग पर पूरी तरह आवागमन बंद हो गया. पुलिस ने मोर्चा संभाला और करीब 4 घंटे बाद यातायात सामान्य रूप से शुरू हुआ. देर रात तक आग बुझाने का काम जारी था.