Kunal Raut Arrested

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नागपुर. जिला परिषद कार्यालय परिसर में आंदोलन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर कालिख पोतने के मामले में गिरफ्तार किए गए युवक कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुणाल राऊत को पुलिस ने सोमवार की दोपहर न्यायालय में पेश किया. अदालत ने कुणाल को 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. कुणाल की पेशी का पता चलते ही बड़ी संख्या में समर्थक न्याय मंदिर परिसर में जमा हुए थे.

ज्ञात हो कि बीते शनिवार को कुणाल ने अपने समर्थकों के साथ जिला परिषद कार्यालय में लगे प्रधानमंत्री मोदी के बैनर पर कालिख पोती थी जिसके बाद कुणाल और उनके समर्थकों के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज किया गया था. रविवार को पुलिस ने कुणाल को कुही से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को अनुमान था कि कुणाल की पेशी के दौरान उनके समर्थक न्याय मंदिर परिसर में जमा हो सकते हैं. वहीं भाजपा कार्यकर्ता भी कुणाल के चेहरे पर कालिख पोतने की तैयारी में होने की जानकारी मिली, इसीलिए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए. दोपहर को नई इमारत की एंट्री से कुणाल को भीतर ले जाया गया. पुलिस ने अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ करने और प्रकरण की जांच करने के लिए न्यायालय से 5 दिन की पुलिस हिरासत मांगी.

बचावपक्ष के वकील दीपेन जग्यासी ने पुलिस हिरासत का विरोध किया. उन्होंने न्यायालय को बताया कि पुलिस द्वारा दर्ज की गई धारा के अनुसार केवल 5 वर्ष की सजा का प्रावधान है. अर्नेश कुमार प्रकरण का हवाला देते हुए बचाव पक्ष ने गिरफ्तारी को ही नियमों के खिलाफ बताया. जग्यासी ने कोर्ट को बताया कि पुलिस ने रात 1 बजे के दौरान कुणाल को वाट्सएप पर सीआरपीसी की धारा 41ए के तहत नोटिस भेजा था. यह सरासर नियम के खिलाफ है, इसीलिए उन्हें पुलिस हिरासत में नहीं रखा जा सकता. पुलिस ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कुणाल को 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. मंगलवार को बचाव पक्ष उच्च न्यायालय में अपील करने वाला है.