weekly market
File Photo

Loading

नागपुर. कोरोना के बाद एक बार फिर से शहर में विविध स्थानों पर अलग-अलग दिनों के हिसाब से साप्ताहिक बाजार लग रहे हैं. इन बाजारों में ग्राहकों के साथ खुली लूट का खेल जमकर चल रहा है. कम तौल को लेकर ग्राहकों की व्यापारियों से आपसी झड़प भी होती है. विभाग की अनदेखी के चलते एक तरह से लोगों की जेबें काटी जा रही हैं.

ग्राहकों को कम सामान देकर लूटा जा रहा है. इन पर जब तक कार्रवाई होती है, तब तक के लिए सब ठीक रहता है, लेकिन जैसे ही विभाग छूट देता है तो फिर से ग्राहकों को लूटने का खेल शुरू हो जाता है. विभाग यदि व्यापारियों के तराजू की जांच करेंगे तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

ग्राहक को ठगने के लिए दूकानदार द्वारा हर रोज कई नये तरीके अपनाए जाते हैं. बाजार में किराना दूकानदार से लेकर सब्जी, फल विक्रेताओं द्वारा तराजू में बैलेंस बनाने के लिए भी उसके ऊपरी सिरे पर कांटे के आसपास छेड़छाड़ की जाती है. बाजार में आजकल इलेक्ट्रॉनिक कांटे का प्रचलन बढ़ गया है, लेकिन इनकी विश्वसनीयता भी सही नहीं है.

कई बार इलेक्ट्रॉनिक कांटे पर तोली गई वस्तु को ऑरिजनल कांटे बांट पर तोली जाने पर वजन कम आता है. वहीं आज भी कोल्ड ड्रिंक्स व चिल्ड वॉटर बोतलों को अधिक कीमत वसूलने की शिकायतें आ रही हैं. कई ग्राहक समय बचाने के चक्कर में इसकी शिकायत कर नहीं पाते, जिसके चलते लूटने वालों के हौसले बुलंद होते जाते हैं.