Nana Patekar and Nitin Gadkari

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नागपुर. नियम कड़े किये गये, जुर्माना बढ़ाया गया, कानून सख्त किये गये लेकिन फिर भी हादसे नहीं रुके हैं. अफसोस है कि सड़क दुर्घटनाओं में लगातार लोग मर रहे हैं. आने वाली पीढ़ी को यातायात नियमों का पालन करने की सीख उसके स्कूली जीवन में ही लेने की सलाह केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दी. वनामति ऑडिटोरियम में आयोजित सड़क सुरक्षा अभियान में अभिनेता नाना पाटेकर ने गडकरी का इंटरव्यू लिया. गडकरी ने कहा कि प्रिंसिपल, एनजीओ सभी को इसके लिए मिलकर काम करना चाहिए.

हर 5 वर्ष में 1.68 लाख मौत

साक्षात्कार लेते हुए पाटेकर ने पूछा, ‘हमने दुर्घटनाओं को कम नहीं कर पाने के लिए सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त किया लेकिन एक व्यक्ति के रूप में हम कहां चूक रहे हैं?’ इस पर गडकरी ने कहा कि देश में हर साल 5 लाख से ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं. 1.68 लाख लोगों मौत होती है. मरने वालों में 65 फीसदी युवा 18 से 34 साल की उम्र के हैं. ये बहुत ही दर्दनाक मामला है. जब किसी परिवार में किसी युवा की मृत्यु हो जाती है तो उस परिवार को बहुत बड़ी क्षति होती है. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उपाय कर रहे हैं. सड़क इंजीनियरिंग की गड़बड़ियों को दूर करने का काम शुरू हो गया है. इसके लिए 3,600 ब्लैक स्पॉट ढूंढे गए हैं. 

जल्द दिखेगी जर्मनी और इंग्लैंड जैसी वोल्वो

चारपहिया वाहनों में 6 एयरबैग अनिवार्य हैं. ट्रक के केबिन में एयर कंडीशन अनिवार्य कर दिया गया है. समृद्धि हाईवे घटना के बाद बस कोड बनाया गया है. जर्मनी, इंग्लैंड जैसी वोल्वो बसें जल्द ही भारत में दिखेंगी. इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात है जनजागरूकता और जनशिक्षा. कई लोग सिग्नल पर नहीं रुकते, हेलमेट नहीं पहनते, कान के पास मोबाइल फोन रखकर गाड़ी चलाते हैं. उन्हें न तो कानून का डर है और न ही कानून के प्रति सम्मान. यदि समाज इसमें सुधार कर ले तो दुर्घटनाएं निश्चित रूप से कम होंगी. मानव व्यवहार में परिवर्तन किए बिना यह समस्या हल नहीं होगी. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि गैर सरकारी संगठनों और विश्वविद्यालयों को स्कूल जाने वाले बच्चों को यातायात नियम सिखाना चाहिए.