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  • 20,000 से 30,000 रुपये प्रति टन मिल रहा भाव

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नागपुर. इस समय कलमना के फ्रूड यार्ड में अंबिया बार संतरों की बाहर तो नजर आ रही है लेकिन यह पिछले वर्ष के मुकाबले काफी कम है. इस बार हुई बेमौसमी बारिश के कारण संतरों की फसल पर असर होने से आवक घट गई. नवंबर के माह में संतरों की कम से कम 300 से 400 टेम्पो की आवक रहती है लेकिन इस बार मार्केट में मात्र 150 टेम्पो ही संतरा कलमेश्वर, सावनेर, भिवापुर, कोंढाली सहित विदर्भ के अन्य पट्टे से आ रहा है. बारिश के कारण इस बार संतरों की क्वालिटी पर भी मार पड़ी है. क्वालिटी अनुसार अभी संतरे को 20,000 से 30,000 रुपये प्रति टन ही भाव मिल रहा है. 

साउथ में हो रही डिमांड

कलमना के फ्रूट आढ़तिया आनंद डोंगरे ने बताया कि इस बार बारिश के कारण फलों पर मच्छरों का काफी प्रकोप रहा. इसके चलते ही संतरों की क्वालिटी पर असर पड़ा है. अभी के जो संतरे आ रहे हैं, उसकी सबसे अधिक डिमांड साउथ, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हो रही हैं. वहीं कुछ संतरा लोकल मार्केट में भी जा रहा है. अंबिया बार संतरों की आवक दिसंबर तक चलेगी. इसके पश्चात जनवरी-फरवरी से मृग बाहर की आवक शुरू होगी. अभी क्वालिटी खराब होने के चलते ही संतरा उत्पादकों को अच्छा भाव नहीं मिल पा रहा है.

लोकल में मिल रहा महंगा 

शहर के कई हिस्सों में सड़क किनारे संतरे लेकर बैठे व्यापारी नजर आ रहे हैं. हरे संतरे आने के कारण अभी लोगों द्वारा अभी बहुत अधिक डिमांड नहीं की जा रही है. इसके बावजूद संतरों के भाव ऊंचे बने हुए हैं. थोक में जहां 20 से 30 रुपये प्रति किलो चल रहा है, वहीं चिल्लर में इसके भाव 100 से 120 रुपये प्रति किलो बताये जा रहे हैं.