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    नागपुर. आरटीएम नागपुर विवि प्रशासन द्वारा बरती जा रही लापरवाही किसी ने छिपी नहीं है. परीक्षा को लेकर पिछले दो वर्ष से बना आ रहा गतिरोध अब तक खत्म ही नहीं हुआ है. एमकेसीएल की ढुलमुल कार्यप्रणाली ने विवि की प्रतिष्ठा पर ही सवालिया निशान लगा दिया है. विवि द्वारा सत्र-2021 में ली गई प्रथम व द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा का परिणाम ऑनलाइन तो घोषित किया गया लेकिन अब तक छात्रों को मूल अंक सूची यानी हार्ड कापी नहीं मिली है.

    इस बारे में विवि के अधिकारी भी कोई पुख्ता कारण बताने में असमर्थ है. दरअसल ग्रीष्म और शीत सत्र-2021 की परीक्षा एमकेसीएल ने ली थी. परीक्षा में ऑनलाइन प्रश्न पत्र जारी करने से लेकर तो परिणाम जारी करने तक की जिम्मेदारी एमकेसीएल के पास थी. परीक्षा के बाद परिणाम जारी किया गया.

    परिणाम ऑनलाइन होने से छात्रों ने उसकी प्रिंट निकाली लेकिन नियमानुसार परीक्षा के बाद विवि द्वारा मूल अंक सूची कॉलेजों को भेजी जाती है जबकि प्रथम व द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों को मूल अंक सूची ही नहीं मिली. इन छात्रों ने अगली परीक्षा का आवेदन भरते वक्त ऑनलाइन प्रिंट ही लगाई. मूल अंक सूची उपलब्ध नहीं होने से प्राचार्यों ने भी इसी ऑनलाइन प्रिंट को मान्यता दे दी.

    अधिकारियों को भी नहीं मालूम 

    अंक सूची क्यों नहीं मिली, इस बारे में विवि के अधिकारियों से पूछताछ करने पर कोई भी सही जानकारी नहीं दे रहा है. अधिकारी इस बारे में उपकुलपति से जानकारी हासिल करने की बात कर रहे हैं, जबकि उपकुलपति को फोन करने पर प्रतिसाद ही नहीं देते. दरअसल कोविड संक्रमण की वजह से परीक्षाएं पहले ऑनलाइन ली गईं उसके बाद कॉलेजों को परीक्षा लेने की जिम्मेदारी दी गई थी. कॉलेजों ने परीक्षा लेने के बाद सारी जानकारी विवि को भेज दी लेकिन परीक्षा विभाग को यह जानकारी नहीं मिल पाई है. छात्रों द्वारा कॉलेजों में पूछताछ करने पर भी उन्हें भी जानकारी नहीं मिल रही है.