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    नागपुर. यात्रियों को बस की लोकेशन देने के लिए एसटी महामंडल द्वारा बनवाए गए एप से लोग अनजान हैं. यह एप जीपीएस सिस्टम के तहत काम करता है. इसके माध्यम से यात्री बस की लोकेशन के साथ ही असुविधा होने पर संबंधित अधिकारी को कॉल कर सकते हैं. यात्रियों का कहना है कि इस एप के बारे में महामंडल को प्रचार करना था. बस में स्मार्टफोन धारक यात्रियों को जानकारी दी जानी चाहिए थी जिससे उसका उपयोग बढ़ता और लोग एप का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते.

    उल्लेखनीय है कि एसटी महामंडल ने करीब दो माह पूर्व जीपीएस सिस्टम से बसों की लोकेशन जानने के लिए एक एप बनवाया था जो स्मार्टफोन पर वर्क करता है. इसके माध्यम से यात्री अपनी बस का नंबर डालकर उसकी लोकेशन जांच सकते हैं. इसका फायदा यह होता है कि किसी को बस स्टॉप पर घंटों बस का इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ती. लोकेशन के हिसाब से यात्री समय पर पहुंचकर यात्रा कर सकते हैं लेकिन यात्रियों को इस एप का ज्यादा प्रसार-प्रचार न होने से यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

    पानी की व्यवस्था नहीं

    एसटी बस स्टैण्ड पर यात्रियों के पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. परिसर में एक टंकी जरूर है लेकिन वहां गंदगी पसरी रहने से लोग टंकी के पानी का उपयोग कम करते हैं. कई बार तो टंकी में पानी नहीं होता. इसका लाभ आसपास दूकान वाले उठा रहे हैं. वे लोकल कंपनियों का पानी महंगे दामों में बेच रहे हैं. यात्री भी मजबूरी में बोतलों का पानी खरीदना पड़ रहा है. कई बार एसटी महामंडल के अधिकारियों के समक्ष यह शिकायत की गई लेकिन कोई सकारात्मक एक्शन नहीं लिया गया है.