नये राज्य निर्माण की शुरुआत विदर्भ से की जाए, आशीष देशमुख ने प्रधानमंत्री से की मांग

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    नागपुर. पू‍र्व विधायक आशीष देशमुख ने स्वतंत्रता के अमृत महोत्वस के निमित्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है कि वे 75 राज्य निर्माण की संकल्पना की शुरुआत 30वें ‘विदर्भ राज्य’ के गठन के साथ करें और आने वाले 15 अगस्त को राष्ट्र के नाम संबोधन में इसकी घोषणा करें. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में वर्तमान मंत्री उमेश कट्टी ने कहा है, कर्नाटक को दो भागों में विभाजित किया जाएगा और अगले लोकसभा चुनाव के बाद, भारत में 50 नए राज्य होंगे. इस मुद्दे पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहल करेंगे.

    उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे राज्य होने से हर जगह का समान विकास संभव हो सकेगा. भारत में सौराष्ट्र, विदर्भ, बघेलखंड, हरित प्रदेश, कोंगुनाडु, गोरखालैंड और बोडोलैंड को अलग करने की मांग के आंदोलन कई दशकों से चल रहे हैं. बड़े राज्य कैसे अक्षम व कमजोर हो जाते हैं इसका उदाहरण उत्तर प्रदेश है. 1955 के राज्य पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष के.एम. पणिक्कर ने इस बड़े राज्य के विभाजन की वकालत की थी. मायावती ने और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ ने इसी तरह की अपील की थी.

    75 छोटे राज्यों का प्रस्ताव

    देशमुख ने लिखा है कि मैं भारत में कुल 75 छोटे राज्यों का समर्थन करके इसका प्रस्ताव रख रहा हूं. वे राज्य निश्चित रूप से देश और उन राज्यों को काफी हद तक सशक्त बनाएंगे. भारत एक अर्ध-संघ है. कोई भी महासंघ सबसे अच्छा तब काम करता है जब घटक समान आकार के हों. 75 की संख्या ही बताती है कि प्रत्येक राज्य की जनसंख्या दो करोड़ होगी और यह नए लोकसभा भवन के विस्तार में बैठेगा. प्रत्येक राज्य में लगभग 10 निर्वाचित लोक प्रतिनिधि होंगे. यह सब एक ही समय में किया जाना चाहिए और इस मुद्दे पर सर्वसम्मति से राष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की जरूरत है. इसके लिए शासन में बदलाव की भी जरूरत है.