गांधीबाग के क्लॉथ मार्केट में चोरों ने मचाया आतंक, लगातार हो रहीं वारदातों से व्यापारी दहशत में

Loading

नागपुर. गांधीबाग के होलसेल क्लॉथ मार्केट में चोरों ने आतंक मचा रखा है. आए दिन चोरी की वारदातें सामने आ रहीं हैं. तहसील थाने से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित इस बाजार में चोरी होने से व्यापारी दहशत में हैं. बीते शुक्रवार की रात चोरों ने 5 प्रतिष्ठानों में सेंध लगाई. 2 जगह चोरों के हाथ कुछ नहीं लगा, जबकि 3 जगहों पर उन्होंने नकद पर हाथ साफ कर दिया. पुलिस ने इतवारी निवासी विपुल ब्रजलाल शाह (63) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. विपुल गांधीबाग क्लॉथ मार्केट में कपड़े का व्यापार करते हैं.

शुक्रवार की रात अपनी दूकान बंद करके घर गए थए. देर रात चोरों ने उनकी दूकान का ताला तोड़कर भीतर प्रवेश किया. अलमारी और टेबल के ड्रावर में रखे 3.67 लाख रुपये चोरी कर लिए. इसके अलावा मार्केट के पहले माले पर स्थित अशोक कुमार इंटरप्राइजेस का ताला तोड़कर 17,500 रुपये चोरी किए गए. एस अशोककुमार नामक दूकान का ताला तोड़कर 1.25 लाख रुपये नकद चोरी किए गए. कपड़े के ही व्यापारी ताजपुरिया और सारडा की दूकानों के ताले भी तोड़े गए लेकिन यहां से कुछ चोरी नहीं हुआ. मार्केट के दूसरे माले पर चार्टर्ड अकाउंटेंट आरएम शाह का भी कार्यालय है. उनके कार्यालय से भी 2.25 लाख रुपये चोरी होने की जानकारी है लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की.

6 दिन पहले भी हुई थी चोरी

गांधीबाग क्लॉथ मार्केट में चोरी की वारदातें बढ़ती ही जा रहीं हैं. बीते सोमवार को महेशकुमार चोखानी की राजस्थान सेल्स एजेंसी में भी चोरी की वारदात हुई थी. 16 सितंबर को चोखानी दूकान बंद करके घर गए थे. 18 सितंबर को दूकान खोलने लौटे तो चोरी का पता चला. चोरों ने काउंटर से 1.50 लाख रुपये नकद चोरी किए थे. व्यापारियों की मानें तो इसके लगभग एक सप्ताह पहले मार्केट में स्थित एक सीए के कार्यालय में भी चोरी की वारदात हुई थी. लगातार हो रहीं चोरी की वारदातों ने व्यापारियों को परेशान कर दिया है. 

न व्यापारियों को चिंता, न ही पुलिस को

15 दिनों के भीतर ही चोरी की आधा दर्जन से ज्यादा वारदातें होने के बावजूद न तो व्यापारियों को सुरक्षा की चिंता है और न ही पुलिस ध्यान दे रही है. होलसेल क्लॉथ मार्केट से महज 200 से 250 मीटर पर तहसील पुलिस थाना है. कुछ दिन पहले थाने के बिल्कुल बगल में स्थित मंदिर में चोरी हुई थी. यहां स्थिति चिराग तले अंधेरा वाली हो चुकी है. पुलिस का व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं है. वहीं व्यापारी भी सुरक्षा को लेकर उदासीन रवैया अपना रहे हैं. रात में मार्केट बंद होने के बाद यहां सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं लेकिन गार्ड भी चुस्त नहीं हैं. रात के समय चूहे वायरिंग काट देते हैं. कोई घटना न हो इसीलिए व्यापारी रात के समय दूकानों का मेन स्विच बंद कर देते हैं. इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी बंद हो जाते हैं. कई प्रतिष्ठानों में कैमरे लगे हैं लेकिन इनका उपयोग कुछ नहीं है.