पुराना नाशिक : आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की ओर से नाशिक (Nashik) के रास्ते सुधारने के लिए “भिक मांगों आंदोलन” (Bhik Mang Andolan) किया गया। नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) के कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार ने जिन ठेकेदारों को काली सूची में डालने का आश्वासन दिया था, उसे पूरा करने की मांग इस दौरान की गई। आप की ओर से किए गए भीख मांगों आंदोलन की नाशिक महानगरपालिका के पूर्व महापौर सतीश कुलकर्णी का प्रभाग था। इस दौरान आम आदमी पार्टी के मजिद पठान ने कहा कि पूर्व महापौर जब अपने ही प्रभाग की हालत नहीं सुधार सकते तो शहर के अन्य क्षेत्रों के रास्तों की हालत में सुधार कैसे होगा।
वडाला रोड-जेएमसीटी महाविद्यालय के सामने अधूरे बने रास्ते के निर्माण के लिए नागरिकों से एक रुपए की मांग की गई। आंदोलन करने वाले आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बताया कि भीख मांगों आंदोलन से जितनी धनराशि जमा होगी, वह धनराशि नाशिक महानगरपालिका के सड़क और निर्माण कार्य विभाग के उपायुक्त के पास जमा किए जाएंगे। आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बताया कि शहर के खराब रास्तों के कारण हर दिन किसी न किसी की मौत हो रही है। दोपहिया वाहन चालक वाहन लेकर गिर रहे हैं, अब तक कई वाहन चालक घायल भी हो चुके हैं।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे
आंदोलनकारियों का कहना था कि जिन ठेकेदारों को महानगरपालिका ने रास्ता मनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उनमें से एक भी ठेकेदार ने अब तक एक भी रास्ता ठीक नहीं किया। भीख मांगों आंदोलन करने वालों ने बताया कि पुणे के जंगली महाराज क्षेत्र का रास्ता पिछले 43 के अच्छी हालत में है। यह रास्ता जब से बना तब से अब तक वैसा का वैसा ही है। इस रास्ते पर 43 वर्ष बीत जाने के बाद भी एक भी गड्ढा नहीं है। जबकि दूसरी ओर नाशिक में जिन ठेकेदारों ने रास्ते का निर्माण किया है। उन रास्तों पर कुछ महीने में ही गड्ढे पड़ने शुरु हो जाते हैं, ऐसा क्यों है, इस ओर महानगरपालिका कमिश्नर समेत निर्माण कार्य विभाग को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। भीख मांगों आंदोलन में चंदन पवार, स्वप्निल घिया, सादिक अत्तार समेत आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित थे।