Nashik Zilla Parishad
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    नाशिक : जिला परिषद निर्माण कार्य विभाग (Zilla Parishad Construction Department) के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर (Executive Engineer) के कामकाज को लेकर बढ़ती शिकायतों के बावजूद काम वितरण समिति के कार्यों का वितरण करने के दौरान पैसे मांगने की लिखित शिकायत जिला परिषद सदस्य (Zilla Parishad Member) सिद्धार्थ वनारसे (Siddharth Vanarse) ने की है। इस संबंध में वनारसे ने अतिरिक्त सीईओ (Additional CEO) अर्जुन गुंडे (Arjun Gunde) को पत्र सौंप कर काम वितरण समिति (Distribution Committee) में शामिल कार्यों को लेकर सिफारिश करने की मांग की है।

    इसके बाद से जिला परिषद का निर्माण कार्य विभाग फिर से चर्चा में आ गया है। निर्माण कार्य विभाग के तीन में चांदवड तालुका डिप्टी इंजीनियर का हस्तक्षेप बढ़ने की शिकायत ठेकेदार से की गई हैं। संबंधित डिप्टी इंजीनियर ने सीधे निर्माण कार्य तीन में आकर एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के साथ कामकाज शुरु करते नजर आए। निर्माण कार्य विभाग तीन के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर संबंधित डिप्टी इंजीनियर के इशारे पर काम करने की शिकायत ठेकेदार के प्रतिनिधिमंडल ने उपाध्यक्ष डॉ. सयाजी गायकवाड से की थी।

    दूसरी तरफ निर्माण कार्य विभाग एक के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को लेकर भी शिकायत की जा रही है। सिफारिश नहीं किए जाने की शिकायत ठेकेदार के साथ सदस्यों ने की है। इस बीच निर्माण कार्य विभाग समिति के सदस्य ने काम वितरित होने के बाद सिफारिश पत्र देने को लेकर बड़े पैमाने पर पैसे मांगे जाने की शिकायत अधिकांश पढ़े लिखे बेरोजगार, ठेकेदार कर रहे हैं। इस संबंध में जानकारी देने की मांग अतिरिक्त सीईओ गुंडे से की है।

    इसके अलावा जिला परिषद के विभिन्न विकास कार्यों को लेकर काम वितरण समिति में शामिल कार्यों की सिफारिश काम वितरण समिति की सभा होने के बाद कितने दिनों में सिफारिश पत्र संबंधित ठेकेदार, पढ़े लिखे बेरोजगार इंजीनियरों के लिए जारी करना अपेक्षित है। इसे लेकर सरकार का निर्णय अथवा काम करने का तरीका क्या है। इस संबंध में जानकारी देने, संबंधित ठेकेदार, पढ़े-लिखे बेरोजगार इंजीनियर को देरी से सिफारिश पत्र देने के पीछे की वजह क्या है। इस संबंध में लिखित खुलासा करने की मांग पत्र में की गई है।