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    नासिक : मुंबई-आग्रा महामार्ग (Mumbai-Agra Highway) से नासिक (Nashik) शहर के मुख्य प्रवेश द्वार से मादक द्रव्यों (Drugs) की आसानी के साथ ‘एंट्री’ हो रही है। वीकेंड को इगतपुरी-त्र्यंबक परिसर (Igatpuri-Trimbak Complex) के रिसॉर्ट, होटल्स में होने वाली संगीत पार्टियों में खुलेआम मादक द्रव्यों का उपयोग हो रहा है। ग्रामीण पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने का दिखावा करती है, लेकिन प्रत्यक्ष में बड़े पैमाने पर मादक द्रव्यों की जोर शोर से आवक हो रही है, जिसे शहर पुलिस भी सुविधा के अनुसार नजर अंदाज कर रहे है। इससे नासिक वासियों के आस पड़ोस में आसानी के साथ नशीले पदार्थों का बाजार लग रहा है। 

    नासिक शहर और जिले में इससे पूर्व गांजा, अफू, कोकेन और एमडी जैसे मादक द्रव्यों के संदर्भ में पुलिस ने कार्रवाई की है, लेकिन इसके बाद यह कारोबार बंद हुआ, यह कहना उचित नहीं होगा। विगत वर्षो में पुलिस के हाथ गुटका छोड़कर कुछ भी ठोस मात्रा में नहीं लगा है। परिणाम स्वरूप नशीले पदार्थो की शहर और ग्रामीण परिसर में तस्करी बदस्तूर जारी होने की चर्चा है। नासिक शहर के मुख्य प्रवेश द्वार यह मुंबई-आग्रा महामार्ग के इगतपुरी-त्र्यंबक तहसील है।  मुंबई में नशीली पदार्थ बिक्री और तस्करी का अंतर राष्ट्रीय रैकेट कार्यरत होने का दावा किया जा रहा है, जिसकी कुछ कड़ीया नासिक में पहुंचकर गांजा, अफू, कोकेन और एमडी ड्रग्ज पहुंचाने के लिए सक्रिय है। नासिक शहर के सीमावर्ती परिसर के गिरणारे, जलालपुर, गोवर्धन, चांदसी इस ग्रामीण पुलिस स्टेशन सीमा क्षेत्र में अनेक होटल, फार्म हाउस कार्यरत है। इसके अलावा नासिक शहर के त्र्यंबक रोड, गंगापुर रोड, पुणे रोड, महामार्ग के पास अनेक तारांकित होटल में सशुल्क वीकेंड पार्टियों का आयोजन होता है। प्रति व्यक्ति 1 हजार से 5 हजार रुपए शुल्क वसूला जाता है, लेकिन इसके लिए कपल्स होना अनिवार्य होता है। महिलाओं की एंट्री निशुल्क होती है, इसमें समय निर्धारित होता है। वीकेंड को होटल के बाहर पार्क होने वाली कारों की कतारों से भी पार्टियों का अंदाजा लगाया जा सकता है। 

    वीकेंड की पार्टियां केंद्र स्थान पर

    इगतपुरी, त्र्यंबकेश्वर और नासिक के आस पास का परिसर निसर्गरम्य है। विगत कुछ वर्षो में रिसॉर्ट, होटल और फार्म हाउस की संख्या में वृद्धि हुई। जहा पर शनिवार-रविवार विकेंड को रंगीन पार्टियों का आयोजन होता है। पार्टियों के लिए प्रमुखता से मुंबई के अमीर परिवार के युवाओं को सोशल मीडिया की मदद से आमंत्रित किया जाता है। सोशल मीडिया के माध्यम से पार्टियों के लिए सशुल्क एंट्री होती है। पार्टियों में शराब से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था होती है। अत्यंत सावधानी और चोरी-छुपी पध्दती से गांजा, अफू, कोकेन और एमडी ड्रग्ज की बिक्री होती है। इसके लिए विशेष सांकेतिक भाषा का उपयोग किया जाता है।  आदिवासी और ग्रामीण परिसर होने के कारण आम लोगों का इस ओर ध्यान नहीं होता। 

    पुलिस की आंखें बंद

    सूत्रों के अनुसार नासिक ग्रामीण और नासिक शहर पुलिस को नशीले पदार्थो के तस्करी की पूरी जानकारी होती है। आम नशीड़ीयों की गांजा, अफू जैस नशीले पदार्थो की मांग होती है। पहले पंचवटी और भद्रकाली में परिसर में इसका भंडारण होता था, लेकिन अब वडालागांव, पाथर्डी फाटा, आडगांव परिसर नशीली पदार्थ बिक्री का केंद्र बन चुका है। कोकेन और एमडी ड्रग्ज की श्रृंखला मुंबई से नियंत्रित होती है, जिसकी मांग दौलतमंद परिवार के युवाओं से होती। इसके लिए बड़ी रकम वसूल की जाती है।