Nashik Municipal Corporation
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    नासिक : नासिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) की आय में 400 करोड़ रुपए की कमी आई है, जिसे पूरा करने के लिए संपत्ति (Property) और जल टैक्स (Water Tax) छोड़कर अन्य टैक्स बढ़ाने का निर्णय महानगरपालिका ने लिया है। इसके तहत टैक्स का दर शुल्क और दंड बढ़ाया जाएगा। इसलिए नासिक वासियों (Nashik Residents) को अधिक टैक्स (Tax) अदा करना होगा। परंतु राजनीतिक दल टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ सड़क पर उतरने वाले है। 

    आगामी आर्थिक वर्ष का बजट तैयार करने से पहले महानगरपालिका की ओर से चालू आर्थिक वर्ष का सुधारित बजट रखा जाएगा। इसके पहले महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार ने पिछले सप्ताह में जमा और खर्च का जायजा लिया, जिसमें 400 करोड़ रुपए की आय कम आने की बात सामने आई। नगर रचना विभाग ने ऑनलाइन अनुमति शुरू करने से आय में कमी आने की बात स्पष्ट हो गई है। कम आय को पूरा करने के लिए महानगरपालिका के विभिन्न विभाग के माध्यम से वसूल किए जाने वाले दंड और टैक्स बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। 

    राजनीतिक दल अलर्ट

    2017 में पूर्व महानगरपालिका कमिश्नर तुकाराम मुंडे ने बड़े तौर पर संपत्ति टैक्स बढ़ाने के बाद 1 अप्रैल 2018 से नए सिरे से तैयार होने वाली संपत्ति पर नए सिरे से टैक्स लागू किया गया। टैक्स बढ़ोतरी लागू करते हुए औद्योगिक वसाहत की संपत्ति पर चार गुणा टैक्स लागू करने से कंपनी मालिकों ने अपनी कंपनियों को ताला लगाया। इसलिए अन्य टैक्स और दंड की रकम में बढ़ोतरी करते समय संपत्ति और जल टैक्स में बढ़ोतरी न करने का निर्णय लिया गया है। इसके चलते सभी राजनीतिक दल आगामी महानगरपालिका चुनाव की पार्श्वभूमी पर अलर्ट मोड पर आए गए है।