मनमाड : चोर क्या चुरा ले जा सकते हैं, कुछ कहा नहीं जा सकता। ट्रैक्टर, ट्रक, कार, मोटरसाइकिल, आभूषण, नकद धनराशि चोरी जाने की अनेक घटनाओं (Incidents) होती रहती हैं। लेकिन जब चोर पानी की टंकी और साइकिल चुराने लगे, तो इसे क्या कहा जाए। मनमाड जिले (Manmad District) के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों स्कूली बच्चों (School Children) की साइकिल (Bicycle) और पानी की टंकी चोरी होने की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। मनमाड के लोग पानी की टंकी और बच्चों की साइकिल चोरी होने की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करा रहे है। लोगों ने पुलिस से गुहार लगाई है कि वह पानी की टंकी चुराने वालों का बंदोबस्त करें।
पिछले 35 वर्षों से यहां के लोग पानी की कमी का सामना कर रहे हैं, इसके भंडारण के लिए 500 से 1000 लीटर की क्षमता वाले टैंकों को अंदर और बाहर रखा जाता है। मनमाड, नंदगांव में बहुत से गांव के बच्चे स्कूल जाते हैं। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण बहुत से लोग स्कूटर, मोटरसाइकिल का उपयोग नहीं कर पाते, इसलिए अधिकांश छात्र स्कूल जाने के लिए साइकिल का उपयोग करते हैं। गांव में स्कूटर- मोटरसाइकिल न होने की वजह से चोरों की नजर साइकिल पर भी लगी रहती है। कुछ चोर पानी की टंकी पर ही निगाहें गड़ाए हुए हैं। यहां के लोगों ने पानी की टंकियों और बाहर खड़ी साइकिलों की चोरी हो जाने की शिकायत पुलिस थाने में की है।
साइकिल और पानी की टंकियों की चोरी हो जाने की कई घटनाएं होने से हड़कंप मच गया है। मालेगांव, धुलिया में चोरी की साइकिल और पानी की टंकियां बेची जा रही हैं। मालेगांव की साइकिल येवला-कोपरगांव बेचे जाने की जानकारी मिली है। स्थानीय नागरिकों ने मांग है कि पुलिस साइकिल और पानी की टंकियों की चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करें।