Mercury recorded 5.5 degree Celsius in Niphad, crisis on onion and grape crops

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    लासलगांव : पाकिस्तान (Pakistan) के कराची (Karachi) में शनिवार को जो तूफान उठा वह रविवार (Sunday) को गुजरात (Gujarat) की दिशा से होते हुए नाशिक (Nashik) में पहुंचा। अरबी समुद्र (Arabian Sea) में निर्माण हुए कम दबाव के कारण नाशिक में हल्की बारिश (Rain) हुई। हवा की रफ्तार (Speed) बढ़ी, जिसकी गति प्रति घंटा 16 से 20 किमी रही। हवा में आद्रता और धूल भरी हवा के कारण दृश्यमानता कमी रही।

    इसके बाद नाशिक के निफाड़ का मौसम बदला। ठिठुरन का अनुभव हुआ। कुंदेवाडी के मौसम विभाग में तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ग्रामीण आग जलाने पर मजबूर हुए। विशेषता चाय और गर्म दूध पीने के लिए ग्राहकों की भीड़ रही। अचानक मौसम में बदलाव होने के कारण किसानों में परेशानी का साया देखने को मिली।अत्यंत रफ्तार से बदले मौसम और सात दिनों से जारी ठंड के प्रकोप से जिले के रब्बी मौसम की फसल को खतरा निर्माण हुआ है। गेहूं, चना, हरी सब्जी, प्याज और अंगूर पर इस मौसम का असर देखने को मिला।

    किसान फसल पर अलग-अलग दवाइयों का छिड़काव कर रहे है। इसके लिए बड़े पैमाने पर धन खर्च हो रहा है। वर्तमान में प्याज पर बारिश का प्रादुर्भाव देखने को मिल रहा है. इस मौसम के कारण लाखों रुपए खर्च कर प्याज और अंगूर की फसल पर खतरा निर्माण होने से किसान फिर से एक बार परेशान हो गए है। आगामी तीन दिनों में राज्य का न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री से कम होकर ठंड बढ़ने की संभावना निर्माण हुई है। आने वाले 29 जनवरी से उत्तर भारत के हिमाचल, उत्तराखंड परिसर में मौसम बदलाव का झटका महाराष्ट्र में हो रहा है।