Nashik Municipal Corporation
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    नाशिक. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की तीसरी लहर (Third Wave) के मद्देनजर नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) तैयारियों में जुट गई है। महानगरपालिका ने शहर के निजी अस्पतालों (Private Hospitals) में 12,518 बेड आरक्षित (Beds Reserve) किए हैं, जिसमें 7109 ऑक्सीजन तो 679 वेंटिलेटर बेड शामिल हैं। महानगरपालिका कमिश्नर कैलाश जाधव ने कहा कि महामारी की दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी महसूस न हो इसलिए 21 पीएसए प्लांट खड़े किए गए है। ऑक्सीजन आपूर्ति की क्षमता प्रतिदिन 416 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए महानगरपालिका सजग हो गई है। तीसरी लहर के मद्देनजर कोरोना प्रतिबंध के लिएमहानगरपालिका ने विविध उपाय योजना की है।   केंद्र और राज्य टास्क फोर्स ने तीसरी लहर का खतरा बताया है। सितंबर आखिर या अक्टूबर के पहले सप्ताह में कोरोना की तीसरी लहर हाहाकार मचाने की संभावना व्यक्त की गई है। इस पार्श्वभूमी पर सरकार ने दिए मार्गदर्शक सूचना के आधार पर महानगरपालिका ने कोरोना का सामना करने के लिए आवश्यक उपाय योजना की है। दूसरी लहर में लाटेत कोरोना पीड़ितों पर उपचार के लिए महानगरपालिका के साथ शहर के निजी अस्पतालों में 8,000 बेड उपलब्ध थे। 

    चार गुना ऑक्सीजन का भंडारण

    तीसरी लहर पहले और दूसरे से अधिक भयावह होगी, ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है, इसलिए बेड की संख्या बढ़ाकर 12,581 की गई है। दूसरी लहर में बड़े तौर पर ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई थी। प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता थी, इसलिए तीसरी लहर के लिए चार गुना ऑक्सीजन का भंडारण किया जा रहा है। इसके लिए 22 पीएसए प्लान्ट खड़े किए गए हैं। उसकी ऑक्सीजन निर्मिती क्षमता 23.25 मीट्रिक टन है। तीसरी लहर में प्रतिदिन 240 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत महसूस होगी। ऐसी संभावना व्यक्त की गई है। आज की स्थिति में प्रतिदिन 251 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का भंडारण उपलब्ध है और 165 मीट्रिक टन प्रतिदिन ऑक्सीजन उपलब्ध किया जाएगा। सितंबर आखिर तक नियोजन पूरा किया जाएगा।

    400 ऑक्सीजन बेड बच्चों के लिए

    छोटे बच्चों के लिए कोरोना महामारी की तीसरी लहर सबसे अधिक भयावह होने की संभावना व्यक्त की गई है। इसके लिए महानगरपालिका ने नाशिकरोड स्थित नए बिटको अस्पताल में 100 बेड का विशेष बाल कोविड कक्ष बनाया है, यहां पर नवजात बच्चों के लिए 5 वेंटिलेटर बेड तैयार किए गए है। साथ ही निजी बाल अस्पतालों में शेष 300 बेड की व्यवस्था की जा रही है। इस तरह बच्चों के लिए 400 बेड की व्यवस्था की गई है।