Nashik Municipal Corporation
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नासिक: शहर में होने वाली लावारिस पशुओं ( Abandoned Animals) की मौत के बाद उनके शव वहीं पड़े रहते हैं। इसके चलते विभिन्न बीमारियों का संक्रमण होता है। इस समस्या को हल करने के लिए नासिक महानगरपालिका (NMC) ने खाद प्रकल्प में विद्युत दाहिनी शुरू की है, जिसके माध्यम से मृत लावारिस पशुओं पर अंतिम संस्कार (Last Rites) किए जाएंगे। यह कार्य शुरू हो गया है। 

गौरतलब है कि शहर में दिन-ब-दिन बड़ी-बड़ी वसाहतों का निर्माण हो रहा है। शहर सहित उपनगरों में महानगरपालिका की ओर से हरसंभव सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, लेकिन कई बार समस्याएं निर्माण होती हैं। मृत पशुओं के शव की समस्या पिछले कुछ दिनों से जटिल हो गई थी क्योंकि कहीं पर भी लावारिस पशुओं के शव दिखाई दे रहे थे, जो कई दिनों तक उठाए नहीं जाने से विभिन्न बीमारियों का सामना नागरिकों को करना पड़ रहा था।

महानगरपालिका प्रशासन ने खाद प्रकल्प में विद्युत दाहिनी शुरू की

इस समस्या को हल करने के लिए महानगरपालिका प्रशासन ने खाद प्रकल्प में विद्युत दाहिनी शुरू की है, जिसके माध्यम से मृत लावारिस पशुओं के अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। 

नागरिक यहां कर सकते हैं शिकायत

इस कार्य के लिए बालाजी एंटरप्राइजेस का चयन किया गया है, जो एक साल तक यह कार्य करने वाला है। यह ठेकेदार शहर के मृत पशुओं के शवों को उठाकर महानगरपालिका के खाद प्रकल्प में होने वाली विद्युत दाहिनी में अंतिम संस्कार करेगा। पालतू पशुओं की मौत होने और लावारिस पशुओं के शव दिखाई देने पर नागरिक महानगरपालिका के 0253-2222470 और एनएमसी ई-कनेक्ट एप पर शिकायत करें। यह जानकारी पशुसंवर्धन अधिकारी डॉ. प्रमोद सोनवणे ने दी है।

महानगरपालिका प्रशासन ने किया इतने लाख रुपए का प्रावधान 

लावारिस पशुओं के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए महानगरपालिका ने 24 लाख रुपए का प्रावधान किया है। एक साल में ठेकेदार को 2 लाख रुपए अदा किए जाएंगे। मृत पालतू पशुओं का अंतिम संस्कार करने पर शुल्क वसूला जाएगा। बिल्ली के लिए 300 रुपए, गाय, बैल, भैंस के लिए एक हजार रुपए वसूल किए जाएंगे। लावारिश पशुओं के मृत शव का अंतिम संस्कार करने के लिए महानगरपालिका खर्च करने वाली है। संबंधित ठेकेदार को नासिक रोड, पंचवटी, सिडको, नासिक पूर्व विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। दो वाहन और चार कर्मचारी इस कार्य के लिए कार्यरत हैं। महानगरपालिका के पास मध्य और सातपुर विभाग की जिम्मेदारी है।