नासिक के 89 आंगनबाड़ियों के पास नहीं है खुद की जगह

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    नाशिक : राज्य सरकार (State Government) के एकात्मिक बाल कल्याण विभाग (Integrated Child Welfare Department) की तर्ज पर महानगरपालिका (Municipal Corporation) ने शुरू किए गए आंगनबाड़ि सर्वेक्षण (Anganwadi Survey) में अजीबो गरीब जानकारी सामने आई है। शहर के 89 आंगनबाड़ियों को खुद की जगह नहीं है। इसके चलते सभी आंगनबाड़ि खुले में शुरू है। तो 140 आंगनबाड़ियों को मूलभूत सुविधा नहीं मिल रही है। सुविधा आपूर्ति के लिए नए सिरे से प्रस्ताव पेश करने की जानकारी महानगरपालिका के समाज कल्याण विभाग के उपायुक्त डॉ. दिलीप मेणकर ने दी। शहर में महानगरपालिका की 419 आंगनबाड़ि है। इसके माध्यम से आर्थिक दृष्टि से कमजोर होने वाले नागरिकों के बच्चों को शिक्षा के मुख्य प्रवाह में शामिल किया जा रहा है। 

    पिछले कई सालों से शुरू आंगनबाड़ि और उन्हें दी जा रही मूलभूत सुविधा का सर्वेक्षण करने का निर्णय समाज कल्याण उपायुक्त डॉ. मेणकर ने लिया। इसके लिए उन्होंने खुद आंगनबाड़ि का दौरा कर रिपोर्ट तैयार की गई, जिसमें 419 में से 89 आंगनबाड़ियों को खुद की जगह नहीं है। इसके चलते वह खुले में शुरू है। यह आंगनबाड़ि पेड़ के नीचे, मंदिर परिसर या फिर निजी जगह में शुरू है। 89 आंगनबाड़ि के अलावा 140 आंगनबाड़ियों को मूलभूत सुविधा नहीं मिल रही है। आंगनबाड़ि में पीने का पाणी, स्वच्छता गृह नहीं है। जिन आंगनबाड़ि को जगह है वहां का छत लीकेज है। कई आंगनबाड़ि के दरवाजे और खिड़किया टूट गई है। इसलिए आंगनबाड़ियों को खुद की इमारत मिले इसलिए महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार को प्रस्ताव दिया गया है। अब वह क्या निर्णय लेते हुए इस पर आंगनबाड़ियों का भविष्य निर्भर है। 

    आंगनबाड़ि की विभाग निहाय दुरवस्था

    विभाग  आंगनबाड़ि 
    नाशिक पूर्व 16
    नाशिक पश्चिम 8
    पंचवटी  22
    सातपुर  8
    नाशिकरोड 20
    सिडको               15

     

    महानगरपालिका की ओर से शुरू आंगनबाड़ियों को इमारत सहित मूलभूत सुविधाओं की जरूरत है। इसके लिए महानगरपालिका कमिश्नर को प्रस्ताव दिया है। – (डॉ. दिलीप मेणकर, समाज कल्याण उपायुक्त, महानगरपालिका)।