येवला : खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण राज्य मंत्री और नाशिक जिले के पालक मंत्री छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) की उपस्थिति में 14 अप्रैल (April) को विभिन्न विकास कार्यों (Various Development Works) के लिए भूमि पूजन (Bhoomi Pujan) किया जाएगा।
इस भूमि पूजन समारोह की पृष्ठभूमि में पूर्व सांसद समीर भुजबल ने तैयारियों की समीक्षा की और मुक्तिभूमि क्षेत्र का निरीक्षण किया। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विलास पाटिल, अड़तीस ग्राम जलापूर्ति योजना अध्यक्ष सचिन कलामकर, पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष प्रकाश वाघ, नगरसेवक दीपक लोणारी, संतोष खैरनार, अविनाश कुक्कर, सुभाष गांगुर्डे, सुमित थोरात, गोटू मांजरे, सचिन सोनवणे उपस्थित थे।
विकास के लिए 15 करोड़ रुपये स्वीकृत
भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर सामाजिक न्याय मंत्री की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जाएगा, जो अनुसूचित जातियों और नव-बौद्ध तत्वों के लिए ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के गांवों का विकास करेगी। ऐतिहासिक स्थलों के विकास कार्यों को पहले ही स्वीकृत किया जा चुका है, लेकिन इन जगहों की सूची में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मुक्त भूमि स्मारक येवला के अद्वितीय सामान्य महत्व को ध्यान में रखते हुए, क्योंकि इन ऐतिहासिक स्थानों को शामिल नहीं किया गया है। मंत्री छगन भुजबल की सिफारिश के अनुसार, समिति बाबासाहेब आंबेडकर अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान बार्टी पुणे ने इस स्थान के विकास के लिए 15 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए है।
येवला की मुक्ति भूमि का ऐतिहासिक महत्व
येवला में छगन भुजबल के माध्यम से भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की ऐतिहासिक मुक्त भूमि को विकसित करके, इस स्थान पर भगवान गौतम बुद्ध और बाबासाहेब का एक भव्य स्मारक बनाया गया है। दादर की चैत्यभूमि और नागपुर की दीक्षाभूमि की तरह येवला की मुक्ति भूमि का ऐतिहासिक महत्व है। महान व्यक्ति डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने 13 अक्टूबर 1935 को येवला में अपने धर्म परिवर्तन की घोषणा की थी, इसलिए इस ऐतिहासिक स्थान को मुक्त भूमि कहा जाता है। हर वर्ष विजयादशमी और 14 अप्रैल को देश भर से लाखों बौद्ध डॉ. बाबासाहेब को श्रद्धांजलि देने आते हैं।
छगन भुजबल के हाथों 14 अप्रैल को भूमि पूजन
पालकमंत्री छगन भुजबल इस स्थान के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और इसके द्वितीय चरण के तहत येवला की मुक्ति भूमि स्मारक क्षेत्र में प्रशिक्षण केंद्र, पुस्तकालय, स्टाफ क्वार्टर, सुरक्षा दीवार, एम्फी थिएटर, भूनिर्माण, गेस्ट हाउस जैसे विकास कार्य किया जा रहा है। इन विभिन्न विकास कार्यों के मंत्री छगन भुजबल के हाथों 14 अप्रैल को भूमि पूजन होगा। इस भूमि पूजन समारोह की पृष्ठभूमि में मंत्री छगन भुजबल के सुझाव पर पूर्व सांसद समीर भुजबल ने रविवार को यहां कार्य की समीक्षा की। इसके अलावा शिव सृष्टि परियोजना का भूमि पूजन शीघ्र ही येवला में होगा और पूर्व सांसद समीर भुजबल ने भी स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने येवला तहसील स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, महात्मा फुले नाट्यगृह, पैठानी पर्यटन केंद्र, पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर घाट और स्मारक का भी निरीक्षण किया।