नाशिक : चांदवड़ तहसील के हरसुल में 44 गांव जलापूर्ति योजना (Water Supply Scheme) की पाइप लाइन (Pipeline) टूट चुकी है, जिसे तीन महीने बीतने के बाद भी यंत्रणा मरम्मत नहीं की जा रही है। साथ ही जनप्रतिनिधि (Public Representatives) इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। परिणामस्वरूप रेडगांव सहित 8 गांव की महिलाएं पानी के लिए बारिश में भटकंती कर रही है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है। हरसुल गांव के नजदीक छबू खैरे के मकान के पास 44 गांव जलापूर्ति योजना की पाइप लाइन टूट चुकी है, जिसे तीन महीने हो गए है। हर एक नागरिक को पीने के लिए स्वच्छ पानी मिलना यह उनका अधिकार है। इसलिए केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन योजना शुरू की है। इन 8 गांव में से 5 गांवों में महिला सरपंच है। उन्होंने महिलाओं की पानी समस्या को हल करना जरूरी है। जि.प., पं.स. और तहसील के जनप्रतिनिधि इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे है। परिणामस्वरूप हरसूल, आहेरखेडे, विटावे, गंगावे, निंबाले, रेडगांव, सालसाणे, तलेगावरोही निवासी महिलाओं को पिछले तीन महीने से बारिश में पानी के लिए भटकंती करनी पड़ रही है। चारों ओर पानी ही पानी है, लेकिन शुद्ध पीने के पानी की आपूर्ति करने वाले योजना बंद होने से नागरिक रोष व्यक्त कर रहे है। लगातार बदल रहे पानी से सैकड़ों परिवार विभिन्न बीमारियों का सामना कर रहे है। विधायक और प्रांत अधिकारी ने सरपंच और नागरिकों से बैठक करने के बाद भी यह समस्या हल नहीं हो पाई है।
मकान का नुकसान, मुआवजा की प्रतीक्षा
एक और पीने के पानी की योजना पर करोड़ों रुपए खर्च हो गए है, लेकिन 50 रुपए के खर्च का काम नहीं किया जा रहा है, जो अपने आप में बड़ी बात है। पाइप लाइन टूटने से खैरे के मकान का नुकसान हुआ है। अब 44 गांव जलापूर्ति योजना का दायित्व संभालने वाली यंत्रणा ने उन्हें मुआवजा देना चाहिए। फिर भी उन्हें मुआवजा नहीं मिल रहा है।
हमारे मकान से कुछ अंतर पर इस योजना की पाइप लाइन गई है, जो टूटने से मकान की दीवार गिर गई है। मकान में पानी आने से बड़े तौर पर नुकसान हुआ है। हम बेघर हो गए है। दरमियान हमसे पाइप लाइन का धक्का लगने पर 12 हजार रुपए मुआवजा लिया था। अब हमें भी मुआवजा चाहिए। – (निलेश खैरे, पीड़ित नागरिक, हरसुल)।
पाइप लाइन टूटने से जिनके मकान का नुकसान हुआ है, वह मुआवजा मांग रहे है। परंतु हमारे पास ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इसके पहले पाइप लाइन का उनके द्वारा नुकसान होने पर मुआवजा वसूल किया गया था। इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। लाभार्थी गांवों ने पैसे जमा करने पर पाइप लाइन मरम्मत का काम होगा। – (प्रमोद जाधव, शाखा अभियंता, 44 गांव जलापूर्ति योजना)।