Gaonthan survey with drone camera, PR card will give land records

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    नाशिक : शहर में एक महीने में दो बार सेना के अति संवेदनशील सीमा क्षेत्र (Sensitive Border Area) में अज्ञात ड्रोन (Unknown Drones) घूमने से सेना सहित सभी सुरक्षा यंत्रणा अलर्ट हो गई है। इसके बाद ड्रोन का रिमोट पुलिस प्रशासन (Police Administration) के हाथा दिया गया है। इस पार्श्वभूमी पर पुलिस कमिश्नर जयंत नाईकनवरे ने शहर के 16 स्थान ‘नो फ्लाइंग जोन’ (No Flying Zone) घोषित किए है। साथ ही शहर में होने वाले सभी ड्रोन अपने कब्जे में लिए है। आवेदन करने पर संबंधितों को अस्थायी रूप से दिए जाएंगे। इस बारे में सभी पुलिस स्टेशन को आदेश दिए गए है। ड्रोन उपयोग के लिए शुल्क अदा कर पुलिस कर्मचारी को अपने साथ लेना होगा। 

    बता दे कि एक महीने में कॉम्बॅट आर्मी एविएशन स्कूल (कॅट्स) और संरक्षण संशोधन और विकास संस्था (डीआरडीओ) परिसर में ड्रोन घुमाया गया था। इसके बाद कॅट्स, डीआरडीओ और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था। सेना के अधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन ने बैठक लेकर शहर के 16 स्थान नो फ्लाइंग जोन घोषित किए गए। साथ ही शहर में होने वाले पंजीकृत ड्रोन को कब्जे में लिया गया। संबंधित ड्रोन मालिकों को आवेदन करने पर ड्रोन उपयोग के लिए अस्थायी अनुमति दी जाएगी। इसके लिए शुल्क अदा करने के बाद पुलिसकर्मी साथ में दिया जाएगा। इस बारे में सभी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठों को आदेश जारी किए गए है। 

    यहां पर है ‘नो फ्लाइंग जोन’

    स्कूल ऑफ आर्टिलरी, देवलाली कैम्प, इंडिया सिक्युरिटी प्रेस, नाशिकरोड, करन्सी नोट प्रेस, जेलरोड, थर्मल पावर स्टेशन, एकलहरे, सरकारी मुद्रणालय, गांधीनगर, श्री कालाराम मंदिर, पंचवटी, एअर फोर्स स्टेशन, बोरगड व देवलाली (साऊथ), कॉम्बॅट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल, गांधीनगर, मध्यवर्ती कारागृह, जेल रोड, किशोर सुधारालय, सीबीएस, महाराष्ट्र पुलिस अकादमी, त्र्यंबकरोड, अपराध अन्वेषण प्रशिक्षण विद्यालय, कॉलेज रोड, आकाशवाणी केंद्र, गंगापुर रोड, पुलिस मुख्यालय और आयुक्तालय, गंगापुर रोड, जिला और सत्र न्यायालय, सीबीएस, रेल स्टेशन नाशिकरोड और देवलाली, महानगरपालिका जलशुद्धीकरण केंद्र।