नाशिक : भूमाफिया मकोका मामले के एक संदिग्ध जिमी राजपूत (Jimmy Rajput) ने पिंपलगाव (Pimpalgaon) में कृषी जमीन (Agricultural Land) खरीदी थी। इसके लिए उसने पुणे में तैयार किए गए दस्तावेजों (Documents) का उपयोग करने की जानकारी सामने आई है। इसके बाद संबंधित दस्तावेज तैयार करने वाले राजस्व विभाग के अधिकारियों पर पुलिस ने अपना ध्यान केंद्रीत किया है। गंगापुर रोड के आनंदवली परिसर में रमेश वालू मंडलिक (70) की फरवरी 2021 में निर्मम हत्या कि गई थी।
जांच के दौरान यह हत्या भूमाफियाओं ने नियोजनबद्ध तरीके से करने की जानकारी जांच के दौरान सामने आई। इस मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन इस हत्याकांड के मुख्य सूत्रधार रम्मी और उसका भाई जिम्मी 7 महिनों तक पुलिस को चकमा दे रहा था। जिन्हें पुलिस ने हरियाणा और हिमाचल राज्य से अक्टूबर में गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के बाद जिम्मी का हत्या मामले में समावेश स्पष्ट हुआ। गहरी जांच के बाद भूमाफिया के गिरोह को पैसा उपलब्ध करने का काम जिम्मी और गिरोह के माध्यम से दहशत निर्माण करने का काम रम्मी के माध्यम से होने की बात सामने आई।
अधिकारियों की होगी जांच
पुलिस कमिश्नर दीपक पांडे ने बताया की, जिम्मी ने पुणे में तैयार हुए एक दस्तावेज के आधार पर पिंपलगाव में जमीन खरीदी है, जिसमें उसे, किसान होने का सबूत बताया गया। इसलिए संबंधित दस्तावेज तैयार करने वाले अधिकारियों को समन्स जारी करते हुए जांच के लिए बुलाया जाएगा। इस मामले की जांच के लिए पुलिस उपायुक्त विजय खरात सहित 10 अधिकरियों को नियुक्त किया गया है।
जिम्मी का सक्रिय सहभाग
जिम्मी भूमाफिया गिरोह का मुख्य सूत्रधार रम्मी का भाई और भागीदार होने की बात स्पष्ट हो चुकी है। बालासाहब कोल्हे के खिलाफ सातपुर, रम्मी के खिलाफ उपनगर पुलिस थाना में मामले दर्ज है। उपनगर का मामला सिधे भूमाफिया के दहशत का उदाहरण है। इस पार्श्वभूमी पर जिम्मी पर मकोका अंतर्गत कार्रवाई करने के लिए प्रयास किए जाने की बात पुलिस कमिश्नर दीपक पांडे ने कही।