मालेगांव की सभा में उद्धव ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा, कही ये बात

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मालेगांव : भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission) राह भटक गया है, वह केंद्र सरकार (Central Government) के इशारे पर काम कर रहा है, ऐसी बात रविवार को मालेगांव में आयोजित सभा के दौरान शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे पार्टी (Shivsena Uddhav Balasaheb Thackeray Party) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कही। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस लोगों ने गद्दारी की है, उनको जनता सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ किया गया छल उन्हें रास नहीं आएगा और शिससेना का नाम और चिन्ह उनके पास ज्यादा दिनों तक नहीं रह पाएगा। 

अपने संक्षिप्त भाषण में उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट और चुनाव आयोग की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से एकनाथ शिंदे को शिवसेना पार्टी और चिन्ह देने का निर्णय चुनाव आयोग ने केंद्र की मोदी सरकार के दबाव दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं कि मैंने हिंदुत्व को छोड़ दिया है, वे सिर्फ एक प्रमाण कि कहां और कैसे मैंने हिंदुत्व छोड़ा है। उन्होंने कहा कि मेरा हिंदुत्व राष्ट्रीयता से जुड़ा है। मैंने किसी को तकलीफ देने वाला हिंदुत्व नहीं माना। उन्होंने कहा कि राज्य में महाविकास आघाड़ी के शासन काल में कपड़ा उद्योग को बिजली दरों में छूट दी थी, इस सरकार ने क्या दिया। 

सावरकर पर किसी भी पर प्रकार कटाक्ष हम बर्दाश्त नहीं करेंगे

ठाकरे ने सभी सहयोगी दलों से कहा कि हमे सबको मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ जंग लड़नी हैं। उन्होंने राहुल गांधी का आह्वान करते हुए कहा कि मैं और मेरी शिवसेना आपके साथ है, लेकिन मुझे स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अपमान सहन नहीं हैं। अगर बीजेपी के खिलाफ जंग में वे मेरा सहयोग चाहते हैं तो सावरकर पर किसी भी पर प्रकार कटाक्ष हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार की मनमानी चल रही, उसके आधार पर तो देश में लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा और देश में तानाशाही का राज हो जाएगा। उन्होंने मालेगांव की जनता के साथ-साथ पूरे प्रदेश के लोगों से अपील की कि अगर लोकतंत्र को बचाना है तो 2024 में बीजेपी को केंद्र की सत्ता से दूर करना होगा।