नाशिक : देश को 1947 को मिली आजादी (Independence) भीख मांग कर मिली है। सही मायने में आजादी 2014 में मिली है। ऐसा वक्तव्य अभिनेत्री कंगना रनौत (Actress Kangana Ranaut) ने किया। सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हुए इस वीडियो से लोगों में आक्रोश भर गया है। कंगना की बातों से पूरे देश के साथ स्वतंत्रता सैनिकों का अपमान हुआ है। इसलिए उन्हें दिया गया पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Award) वापस लेने की मांग राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के शहराध्यक्ष अंबादास खैरे (Ambadas Khaire) ने की है। साथ ही इस बारे में राष्ट्रपती को पत्र भेजा है।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के शहराध्यक्ष अंबादास खैरे ने कहा, कला क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्य के चलते 8 नवंबर 2021 को कंगना रनौत का पद्मश्री पुरस्कार से सम्मान हुआ। कला क्षेत्र छोड़कर कंगना रनौत हर एक क्षेत्र में बिना वजह टिका टिपणी कर प्रसिद्धी लेने का प्रयास करती है। इसी वजह से सोशल मीडिया एप ट्विटर ने कंगना रनौत का अकाऊंट बंद किया था। लेकिन पद्मश्री पुरस्कार मिलने के बाद कंगना रनौत आसमान में उड़ने लगी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो क्लिप
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
उन्होंने मीडिया के सामने देश का अपमान किया। कंगना ने कहा, 1947 को मिली आजादी भीख मांगकर मिली है। सही आजादी 2014 में मिली है। उनके इस वक्तव्य से आजादी के लिए महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाषचंद्र बोस सहित अपनी जान की आहुती देने वालों का अपमान हुआ है। उनके इस वक्तव्य का विचार कर पद्मश्री पुरस्कार वापस लें। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई करें।