Chhatrapati Shahu Maharaj and Prakash Ambedkar

Loading

कोल्हापुर. कांग्रेस (Congress) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) की सात लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। जिसमें पार्टी ने 3 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है। वहीं, पार्टी ने कोल्हापुर लोकसभा सीट (Kolhapur Lok Sabha Seat) से कोल्हापुर शाही परिवार के वंशज छत्रपति शाहू महाराज (Chhatrapati Shahu Maharaj) को चुनावी मैदान में उतारा है। इसी बीच वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने शनिवार को कांग्रेस के उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा कर दी है।

प्रकाश आंबेडकर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छत्रपति शाहू महाराज को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने एक्स पर लिखा, “वीबीए कोल्हापुर लोकसभा क्षेत्र से शाहू महाराज छत्रपति को अपना पूरा समर्थन देगी। वीबीए फुले-शाहू-आंबेडकर विचारधारा में विश्वास करता है और इसका एक प्रमुख समर्थक है, और कोल्हापुर के छत्रपति शाहू महाराज के वंशजों के लिए हमारे मन में बहुत सम्मान है।”

राजर्षी छत्रपति शाहू महाराज और डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की विरासत और समानता के विचारों की विरासत को ध्यान में रखते हुए, कोल्हापुर लोकसभा क्षेत्र में मेरी उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख एडवोकेट प्रकाश आंबेडकर को धन्यवाद!

वहीं, कोल्हापुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष, विधायक सतेज पाटिल ने शाहू महाराज को समर्थन देने की घोषणा के बाद प्रकाश अंबेडकर को धन्यवाद दिया है। पाटिल ने एक ट्वीट में कहा, “समानता का विचार और संविधान के संरक्षण के लिए आपका समर्थन निश्चित रूप से हमें ताकत देगा।”

इससे पहले प्रकाश आंबेडकर ने 7 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को समर्थन देने की पेशकश की थी। जिसके लिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र भी लिखा था।

आंबेडकर ने खरगे को पत्र में क्या कहा?

आंबेडकर ने खरगे को लिखे अपने पत्र में कहा, “चुनावी कार्यक्रम की घोषणा हो चुकी है और एमवीए बिना वीबीए को आमंत्रित किए लगातार बैठकें कर रहा है। शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी-एसपी ने कई एमवीए बैठकों में वीबीए के प्रतिनिधियों की बातें सुनने से इनकार कर दिया और इस तरह के असमान रवैये के कारण हमने इन दोनों पार्टियों पर विश्वास खो दिया है।” उन्होंने कहा, “वीबीए का मुख्य एजेंडा भी एक ही है, जिसके तहत फासीवादी, विभाजनकारी, अलोकतांत्रिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) सरकार को सत्ता से बाहर करना है।”

आंबेडकर ने कहा, “इस विचार के साथ मैंने महाराष्ट्र में 7 लोकसभा सीट पर कांग्रेस को वीबीए का पूरा समर्थन देने का फैसला किया है। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि एमवीए में सीट बंटवारे के तहत कांग्रेस के हिस्से में आई सात सीट की सूची हमें दें। हमारी पार्टी आपकी पसंद की इन सात सीटों पर आपकी पार्टी के उम्मीदवारों को अपना पूरा जमीनी और रणनीतिक समर्थन देगी।” आंबेडकर ने कहा कि कांग्रेस के लिए वीबीए का यह प्रस्ताव न केवल ‘शिष्टाचार’ का एक संकेत है बल्कि भविष्य में संभावित गठबंधन के लिए ‘दोस्ती का हाथ बढ़ाने’ जैसा है।

आंबेडकर के बिना की लड़ेंगी MVA

आंबेडकर आगामी लोकसभा चुनाव एमवीए के तीन सहयोगियों कांग्रेस, उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना और शरद पवार गुट के साथ हाथ मिलाने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अभी तक बेनतीजा रही है। दरअसल, आंबेडकर की पार्टी ने 17 सीटों की मांग की थी। इस पर महा विकास आघाडी की ओर से वंचित बहुजन अघाड़ी को चार सीटों का प्रस्ताव दिया गया है। हालांकि, इस पर बात नहीं बनी। ऐसे में माना जा रहा है कि महा विकास आघाडी यह लोकसभा चुनाव आंबेडकर के बिना की लड़ेंगी।