PM Modi going on US tour instead of resolving crisis in violence-hit Manipur, says Uddhav Thackeray

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मुंबई: शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के अमेरिका दौरे को लेकर उनकी आलोचना की और पूछा कि हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य में संकट को हल करने के लिए मणिपुर (Manipur Violence) जाने के बजाय वह विदेश क्यों जा रहे हैं। पिछले साल बगावत के चलते पार्टी में विभाजन के बाद पहली बार अपने नेतृत्व वाले दल के एक राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू करने की चुनौती दी।

ठाकरे ने कहा, “हमारे देश का एक हिस्सा हिंसा की चपेट में है और मोदी वहां नहीं गए हैं या संकट को हल करने के लिए कदम नहीं उठाए हैं, इसके बजाए अमेरिका जा रहे हैं।” प्रधानमंत्री 20 से 25 जून तक अमेरिका और मिस्र की राजकीय यात्रा पर जा रहे हैं। ठाकरे ने आरोप लगाया कि ऐसे दावे किए गए कि प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध को रोक दिया।

उन्होंने कहा, “इसलिए मोदी को मणिपुर में हिंसा रोकनी चाहिए और शांति बहाल करनी चाहिए, उसके बाद हम इन दावों पर विश्वास करेंगे।” मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के लोगों के बीच एक महीने से अधिक समय पहले भड़की जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह 23 जून को गैर भाजपा दलों की बैठक के लिए पटना जाएंगे।

उन्होंने कहा, “ये विपक्षी दल नहीं हैं, जो वहां बैठक कर रहे हैं, बल्कि वे दल हैं जो राष्ट्रवादी हैं, जो अपने देश से प्यार करते हैं और इसकी स्वतंत्रता व लोकतंत्र की रक्षा करना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे मिलने ‘मातोश्री’ (ठाकरे के निजी आवास) गए थे और उन्हें बैठक के लिए आमंत्रित किया था।

उन्होंने कहा, “पहले मातोश्री में सिर्फ बीजेपी नेता आते थे, लेकिन अब बीजेपी को छोड़कर सभी पार्टियों को शिवसेना की अहमियत का एहसास हो गया है। देश से प्यार करने वाले सभी दलों को भाजपा को रोकने के लिए एक साथ आना चाहिए।” ठाकरे ने भाजपा को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की चुनौती दी। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि अगर वह (भाजपा) पूरे देश में गोहत्या पर प्रतिबंध को लागू नहीं कर सकी, तो यूसीसी को कैसे लागू किया जा सकता है। (एजेंसी)