पिंपरी: एमएसईबी बिजली बिल भुगतान अपडेट के नाम पर एक वरिष्ठ नागरिक से 2.60 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) की गई है। इस संबंध में 74 वर्षीय अनिल भावसार, निवासी पिंपरी ने शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 (सी) (डी) के तहत मामला दर्ज (Case Registered) किया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 19 जुलाई को एक अज्ञात एमएसईबी के बिल अपडेट अधिकारी ने वादी के मोबाइल फोन पर एक संदेश भेजा और कहा कि अपने आवासीय घर में एमएसईबी मीटर के भुगतान को अपडेट करें, यदि आप तुरंत भुगतान अपडेट नहीं करते हैं, तो आपकी लाइट बंद कर दी जाएगी। उसके लिए क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करने को कहा और नेट बैंकिंग या डेबिट कार्ड के जरिए 10 रुपए अपडेट चार्ज देने को कहा। उसके बाद वादी के मोबाइल पर कई ओटीपी आए। जबकि वादी ने इसे किसी के साथ साझा नहीं किया। इसके बावजूद वादी की पत्नी भारती के एक्सिस बैंक खाते से 60 हजार रुपए, 1 लाख रुपए और फिर से 1 लाख रुपए के माध्यम से पेटीएम के माध्यम से स्वचालित रूप से ट्रांसफर किए गए।
बिल्डिंग मालिक ने की 28.49 लाख की धोखाधड़ी
बिल्डिंग के मालिक ने ठेकेदारों और ग्राहकों से 28.49 लाख रुपए की ठगी किए जाने का मामला पिंपरी-चिंचवड में सामने आया है। इस संबंध में निगडी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। फायर फाइटिंग कारोबारी दत्तात्रेय सूर्यवंशी (52) ने शिकायत दी है। इस मामले में 70 वर्षीय धनराज सोनिग्रा और 44 वर्षीय जितेंद्र सोनिग्रा और संदेश गंगवाल के खिलाफ धारा 420,व 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ह्यू इंडस्ट्रियल स्पेस के मालिक धनराज सोनिग्रा और जितेंद्र सोनिग्रा और उनके प्रोजेक्ट हेड संदेश गंगवाल ने 4 सितंबर 2018 से 20 जुलाई 2022 तक काइनेटिक कंपनी प्लॉट नं। 19, चिंचवड़ एमआईडीसी के पास उनकी बिल्डिंग से वादी की ओर से फायर फाइटिंग व्यवस्था का कार्य किया गया। उसका कुल बिल 70,49,130 रुपए रहा। वह अब तक थोड़ा-थोड़ा करके 43 लाख रुपए दे चुका है। वादी के काम के लिए 27,49,130 रुपए और उक्त भवन में प्लॉट खरीदने के लिए भुगतान किए गए 1 लाख रुपए कुल 28,49,130 रुपए का भुगतान वादी को आज तक नहीं किया गया है। इस तरह आरोपियों ने मिलीभगत कर वादी को आर्थिक रूप से ठगा है।