Imported Vehicles

Loading

पुणे: पुणे का अपना रंग है, अपना मिजाज है। मस्त मौला जीवन शैली यहां की विशेषता है। खासकर यहां शौकीन लोगों की कोई कमी नहीं है। यही वजह है कि अब वाहन के शौकीन लोग देश में बने वाहनों के साथ विदेशी वाहनों (Foreign Vehicles) पर भी खुलकर पैसा खर्च कर रहे हैं।

पुणे (Pune) में आयातित वाहनों (Imported Vehicles) को तरजीह दी जा रही है। ऐसे आयातित वाहनों में फोर व्हीलर वाहनों की अपेक्षा टू व्हीलर वाहन अधिक खरीदे जा रहे है। पिछले साल पुणे में विदेश से 309 वाहन आयात किए गए थे। इसमें बाइकों की संख्या अधिक थी। इसके अलावा यह भी जानकारी सामने आई है कि इस साल इम्पोर्टेड बाइक्स (Imported Bikes) की संख्या सबसे ज्यादा है।

हर वर्ष दो से ढाई लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन

पुणे में हर साल दो से ढाई लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन होता हैं और शहर में वाहनों की संख्या 32 लाख से ज्यादा हो गई हैं। टू व्हीलर वाहनों की संख्या सबसे ज्यादा है। वैसे शहर जाम की समस्या से जूझ रहा है। हालांकि वाहनों की मांग कम नहीं हुई है, लेकिन एक तस्वीर है कि पुणेकरों के बीच विदेशी निर्मित वाहनों की पसंद बढ़ती जा रही है। पिछले साल पुणे में 309 विदेशी वाहनों का आयात किया गया था। इसमें 160 टू व्हीलर और 149 फोर व्हीलर वाहन शामिल हैं।

आप कौन से वाहन पसंद करते हैं?

पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि पुणे में बुलेट बाइक की संख्या बढ़ी है। हालांकि ऐसा लगता है कि पुणे में कार उत्साही अपने बेड़े में बुलेट के बजाय विदेशी कारों को रखने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। दोपहिया वाहनों के साथ ही विदेशी फोर व्हीलर वाहनों की खरीद में भी कुछ तेजी देखने को मिल रही हैं। इनमें बीएमडब्ल्यू, ऑडी, रेंज रोवर जैसे वाहन शामिल हैं। बाइक्स में हार्ले डेविडसन, बीएमडब्ल्यू और डुकाटी को तरजीह मिल रही है।

हर कीमत चुकाने को तैयार

आयातित वाहनों के लिए उनकी कीमत का 20 प्रतिशत सर्विस चार्ज के रूप में देना होता है। ऐसा देखा गया है कि कार मालिक ऐसी शानदार कारों की अपनी पसंदीदा संख्या पाने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार रहते हैं।

शुल्क कैसे लगाया जाता है?

  • आयातित वाहनों का आरटीओ में रजिस्ट्रेशन कराना होगा
  • फोर व्हीलर वाहन की रजिस्ट्रेशन फीस पांच हजार रुपए है
  • दोपहिया वाहन के लिए तीन हजार रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क
  • विदेशी कारों पर कीमत का 20 फीसदी टैक्स देना होता है
  • कार का रजिस्ट्रेशन शोरूम के जरिए ही होता है

पुणे आरटीओ में आयातित वाहनों की संख्या पिछले वर्ष में बढ़ी है। वाहन पंजीकरण से पता चलता है कि कारों की तुलना में दुपहिया वाहनों की संख्या अधिक है।

-संजीव भोर, उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, पुणे