पुणे: वाघोली (Wagholi) के महानगरपालिका में शामिल होने के बाद से आज तक वाघोली नगर निगम के कर्मचारियों के वेतन (Staff Salaries) का भुगतान नहीं किया गया है। 22 अन्य गांवों के कर्मचारियों का भी यही हाल है। जिसके चलते उनकी दिवाली (Diwali) काली होने की आशंका बनी हुई है। 23 गांवों को महानगरपालिका में शामिल किया गया था। उस समय वाघोली ग्राम पंचायत (Wagholi Gram Panchayat) में कुल 93 कर्मचारी कार्यरत थे। ग्राम पंचायत के अभिलेखों को स्थानांतरित करते हुए उसमें कर्मचारियों की जानकारी भी ट्रांसफर (Transfer) की गई।
मामला सामने आने के बाद जिला परिषद ने जांच शुरू की। हालांकि जांच अधिकारी के तबादले के कारण रिपोर्ट में देरी हुई है। इस बीच, मनपा के अधिकारियों ने कहा कि वे कर्मचारियों को भुगतान नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें जिला परिषद से आधिकारिक सूची नहीं मिली थी। जाहिर है यह दो सरकारी एजेंसियों का खेल है, लेकिन तीन महीने से कर्मचारियों का वेतन ठप है।
फीकी रहेगी दिवाली
ऐन त्योहार के दौरान उन कर्मचारियों पर आर्थिक संकट आ गया है। तनख्वाह न मिलने से उनकी दिवाली फीकी रहेगी। फिलहाल ये कर्मचारी मनपा की ड्यूटी कर रहे हैं। श्रमिकों की भर्ती में घोटाला करने वाली ग्राम पंचायतों ने आज ईमानदार कर्मचारियों पर प्रहार किया है। श्री शिवछत्रपति प्रतिष्ठान, भाजपा हवेली के पदाधिकारियों ने महानगरपालिका के अधिकारियों से मुलाकात कर कर्मचारियों के वेतन भुगतान की मांग की। वहीं एनसीपी पदाधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की बैठक में कर्मचारियों के वेतन की मांग की थी। उन्होंने महानगरपालिका के अधिकारियों को भी निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक कर्मचारियों को भुगतान नहीं किया गया है।