पुणे. शहर (City) की कुछ महत्वपूर्ण सड़कों पर अतिक्रमण (Encroachment) हो रहा है, जिससे वाहन चालकों (Motorists) के साथ-साथ राहगीरों को भी परेशानी हो रही है। महानगरपालिका के सभागृह नेता गणेश बिड़कर (Ganesh Bidkar) ने शुक्रवार को प्रशासन के साथ बैठक लेकर कहा कि इस पर गंभीरता से ध्यान देकर अतिक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक सावधानी बरती जाए।
प्रशासन के साथ की बैठक
बिड़कर ने शहर में विभिन्न सड़कों पर अतिक्रमण और नागरिकों को होने वाली असुविधा के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इस अवसर पर स्थायी समिति के अध्यक्ष हेमंत रसाने, अतिरिक्त कमिश्नर ज्ञानेश्वर मोलक, अतिक्रमण प्रमुख एवं उपायुक्त माधव जगताप, पांच मंडलों के उपायुक्त, 15 क्षेत्रीय कार्यालयों के सहायक आयुक्त और अतिक्रमण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। जैसे-जैसे कोरोना का प्रकोप कम होता जा रहा है, सड़कों पर नागरिकों की भीड़ बढ़ती जा रही है। शहर की कई मुख्य सड़कों पर फेरीवाले अपने स्टॉल लगाते नजर आ रहे है।
फुटपाथ के साथ-साथ सड़कों पर दुकानें लगने से राहगीरों का आना-जाना लगा रहता है, और इसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ता है। इस पर सभी को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। एक महीने में विभिन्न त्योहारों और गणेशोत्सव के आने से अगले कुछ दिनों में अवैध रूप से स्टॉल लगाकर सड़क पार करने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना कहर अभी खत्म नहीं हुआ है, यह नगर निगम की ज़िम्मेदारी है कि वह आवश्यक देखभाल करे ताकि भविष्य में कोरोना की घटना न बढ़े और सड़कें जाम न हो जाए।
भिखारियों का बंदोबस्त करें
यहां तक कि शहर के कई चौकों में भिखारियों की वजह से नागरिकों को भी कभी-कभी भुगतना पड़ता है। पता चला है कि ये लोग कारों और चौपहिया वाहनों की खिड़कियों को हाथों से मारकर चालकों को परेशान कर रहे है। बिड़कर में पुलिस की मदद से उनके खिलाफ कार्रवाई करने का भी सुझाव दिया गया।