pune crime branch unit-1

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    पुणे: कोयता गैंग का उत्पात जारी है और अब इसी बीच पुणे पुलिस (Pune Police) एक्शन मोड में आ गई है। कोयता से दहशत मचाने वालों के साथ अब कोयता बेचने वालों के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई शुरू की है। क्राइम ब्रांच यूनिट-एक (Pune Crime Branch Unit-1) ने बोहरी ओली के एक हार्डवेयर की दुकान पर छापा मारकर कोयता का बड़ा स्टॉक जब्त किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 105 कोयता जब्त किया है। पुलिस का कहना है कि यह गैरकानूनी है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई कर हुसैन खोजेमा राजगारा (32) को गिरफ्तार (Arrested) किया है। 

    इस मामले में फरासखाना पुलिस स्टेशन में आर्म्स एक्ट 4/25 और मकोका के तहत केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई अपर पुलिस कमिश्नर रामनाथ पोकले, डीसीपी अमोल झेंडे, सहायक आयुक्त गजानन टोम्पे के मार्गदर्शन में सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर संदीप भोसले व उनकी टीम के अजय जाधव, अजय थोरात, अमोल पवार, नीलेश साबले, राहुल मखरे, दत्ता सोनवणे, शशिकांत दरेकर, विठ्ठल सालुंखे, बाबर और उनकी टीम ने की।

     बेचने के लिए रखा गया था कोयता

    पुलिस कमिश्नर रितेश कुमार के कोयता गैंग पर कड़ी कार्रवाई का आदेश देने के बाद अब पुलिस की तरफ से आवारा और क्राइम करने वाले अपराधियों को पुलिस की खाकी वर्दी का दम दिखाया जा रहा है, लेकिन कोयता इतनी आसानी से कैसे मिल जाता है, यह सवाल हो रहा था। इस बीच यूनिट-एक की टीम को भोरी आली के चिरार गली के हार्डवेयर क दुकान में कोयता होने की जानकारी मिली थी।  इसके आधार पर पुलिस इंस्पेक्टर संदीप भोसले और उनकी टीम ने दुकान पर छापा मारा। इस दौरान दुकान में बेचने के लिए 105 कोयता मिले। कोयता का स्टॉक काफी अधिक है और यह फार्म पर या व्यवसाय के लिए उपयोग में आने वाला कोयता नहीं होने की जानकारी स्पष्ट हुई है। 

    पुलिस ने दर्ज किया केस

    इसके आधार पर राजगारा पर केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। राजगारा कहां से कोयता लाता था और किस बेचता था इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही अब तक किसे कोयता बेचा गया इसकी भी जानकारी ली जा रही है। पुलिस का कहना है कि यह कोयता किसानों और दुकानदारों के इस्तेमाल वाला नहीं है। उसकी लंबाई कम और हल्का होता है।