pmc and Solar Energy

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    पुणे:  पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) ने बिजली (Power) में होनेवाले खर्च में बचत करने के उद्देश्य से सौर ऊर्जा (Solar Energy) से बिजली बनाने के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला लिया है। अगले साल ओपन एक्सेस से कम कीमत में बिजली खरीदने का निर्णय भी महानगरपालिका ने लिया है। इसके लिए  सरकारी संस्था सीईएसएल के साथ एसपीवी स्थापित करने के प्रस्ताव को स्थायी समिति (Standing Committee) ने मंजूरी दी गई। पुणे महानगरपालिका के विद्युत विभाग ने इस संदर्भ का प्रस्ताव स्थायी समिति के सामने रखा था। इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ऐसी जानकारी स्थायी समिति के अध्यक्ष हेमंत रासने (Hemant Rasne) ने दी। 

    इस प्रस्ताव को महानगरपालिका की आमसभा में मंजूरी के बाद अंतिम मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा। ऐसा भी रासने ने कहा। मौजूदा समय में महानगरपालिका महावितरण से बिजली खरीदती है। यदि महावितरण की बजाए ओपन एक्सेस से बिजली खरीदी गई तो महानगरपालिका को सस्ता पड़ेगा। महानगरपालिका के जलशुद्धिकरण केंद्र और उपसा केंद्रों पर मौजूदा समय में 23 मेगावाट बिजली का उपयोग होता है। अगर ओपन एक्सेस से बिजली खरीदी जाएगी तो कम से कम 12 करोड़ रुपयों की बचत होगी। ऐसा दावा प्रस्ताव में किया गया है।  

     26 प्रतिशत का निवेश करेगी पुणे महानगरपालिका

    महानगरपालिका ने राज्य सरकार के एनर्जी इफिशियन्स सर्विसेस  कंपनी की उप कंपनी सीईएसएल के साथ भागीदारी में एसपीवी स्थापित की जाएगी। इस एसपीवी में महानगरपालिका 26 प्रतिशत का निवेश करेगी। कुल मिलाकर 200 करोड़ रुपयों का कर्ज इसके लिए लिए जाएगा। इस रकम से उस्मानाबाद में सौर ऊर्जा प्रकल्प बनाया जाएगा। इस प्रकल्प में बननेवाली बिजली महापारेषण के माध्यम से पुणे में लाई जाएगी। इस प्रकल्प में उत्पन्न होनेवाली बिजली और पुणे महानगरपालिका को मिलनेवाली बिजली मीटर से चेक की जाएगी। महानगरपालिका को बिजली 3 रुपए 40 पैसे की दरों से मिलेगी। बिजली का यह दर आनेवाले 20 सालों तक  रहेगा, लेकिन बिजली के वहन का खर्चा प्रति यूनिट देना पड़ेगा।