पुणे: पिछले हफ्ते पुणे महानगरपालिका में किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) पर शिवसैनिकों द्वारा किए गए धक्का-मुक्की की घटना के समय जरूरी पुलिस बंदोबस्त न करने के लिए पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता (Pune Police Commissioner Amitabh Gupta) को सोमैया ने आड़े हाथों लिया है। सोमैया ने संकेत दिया कि इस मामले को लेकर अमिताभ गुप्ता पर कार्रवाई होगी। उन्होंने सवाल उठाया है कि आज जो पुलिस तैनात किया गया है, वह उस दिन कहां गायब हो गई थी। इस दौरान जमा हुई भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। इसकी वजह से वहां का माहौल तनाव भरा हो गया था। उधर, कांग्रेस (Congress) ने इस कार्यक्रम का जोरदार विरोध किया।
शुक्रवार को पुणे महानगरपालिका में बीजेपी द्वारा सोमैया का जोरदार सम्मान किया गया। जिन सीढ़ियों पर सोमैया के साथ शिवसैनिकों ने धक्का-मुक्की की थी, वहीं पर उन्हें सम्मानित किया गया।
बीजेपी ने किया शक्ति प्रदर्शन
इस दौरान बीजेपी की तरफ से जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर सोमैया ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ललकारते हुए चुनौती दी कि उन्होंने जिस कंपनी को कोविड-19 संबंधी कॉन्ट्रैक्ट दिए, मुख्यमंत्री उसका खुलासा करें। सोमैया ने एलान किया कि यह कॉन्ट्रैक्ट किसी चाय वाले को दिया गया, जो कभी भी पंजीकृत था ही नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पुणेकरों के हेल्थ के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
संजय राउत की बेनामी संपत्ति का जल्द करेंगे खुलासा
इस समय सोमैया ने शिवसेना सांसद संजय राउत को घेरा। उन पर जमकर निशाना साधा। सौमैया ने कहा कि राउत के पास बेनामी संपत्ति है और जल्द ही इसका खुलासा करेंगे।
आम लोगों को हुई परेशानी
इस सम्मान कार्यक्रम की अनुमति नहीं थी। बावजूद इसके इस कार्यक्रम को अंजाम दिया गया। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ इकठ्ठा हो गई, इसके चलते काम के सिलसिले में पीएमसी पहुंचने वाले पुणेकरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिसका रोष उन्होंने महानगरपालिका गेट के सामने प्रदर्शन कर जताया।
सांसद गिरीश बापट को भी नहीं मिला प्रवेश
इस दौरान महानगरपालिका गेट के सामने अफरा-तफरी का इस कदर माहौल था कि पुणे के बीजेपी सांसद गिरीश बापट को भी महानगरपालिका में काफी इंतजार के बाद एंट्री मिली। सांसद को एंट्री देने का आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने रोष व्यक्त किया।