Seventh Pay Commission implemented for teachers, Municipal Commissioner approved

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    पुणे : शहर (City) में विभिन्न जगहों (Various Places) पर बैनरबाजी (Banner-Bashing) कर के शहर को विकृत (Distorted) किया जा रहा है। इसपर अनदेखा करनेवाले सर्कल के उपायुक्तों और क्षेत्रीय कार्यालयों के सहायक आयुक्तों (Assistant Commissioners) की महानगरपालिका कमिश्नर विक्रम कुमार (Municipal Commissioner Vikram Kumar) ने फिर से क्लास ली। इन अधिकारियों को नोटीस जारी किए जाने थे। लेकिन अन नोटिसों पर रोक लगा के अब सात दिनों के अंदर पुणे शहर की सफाई करें, ऐसे स्पष्ट निर्देश कमिश्नर विक्रम कुमार ने दिए है। अन्यथा अधिकारीयों पर कार्रवाई की जाएगी, ऐसा स्पष्ट किया है। 

    शहर के सभी इलाकों में जन्मदिन, पुण्यतिथि, राजनीतिक नेताओं के जन्मदिन, राजनीतिक कार्यक्रमों सहित व्यावसायिक विज्ञापन अनौपचारिक रूप से लगाए जा रहे हैं। इस बैनरबाजी के कारण शहर विकृत हो रहा है। इस संबंधी बार-बार नोटिस देने के बाद भी क्षेत्रीय कार्यालयें, स्काई साइन विभाग अनदेखी कर रहा है। दिखावा करने वालों से जुर्माना वसुल करें। प्रति फ्लेक्स 1 हजार रुपए जुर्माना लगाने के आदेश है। लेकिन, स्काई लाइन विभाग के निरीक्षक जुर्माना वसूलने में भी लापरवाही कर रहें है, जिससे बैनरबाजी करनेवालों को सुरक्षा मिल रही है। 

    स्काई साइन विभाग ने कोई नोटिस जारी नहीं किया 

    इस संबंधी आक्रामक रवैया लिए महानगरपालिका कमिश्नर विक्रम कुमार ने पिछले सप्ताह हुई बैठक में पांच सहायक आयुक्तों को नोटिस जारी कर कार्रवाई न करने पर वेतन से जुर्माने की राशि वसूलने का आदेश दिया था। लेकिन, स्काई साइन विभाग ने कोई नोटिस जारी नहीं किया। इसलिए मंगलवार को कमिश्नर ने फिरसे स्काई साइन विभाग के उपायुक्त, पांच सर्कल के उपायुक्त और सहायक आयुक्तों के साथ बैठक कर अधिकारीयों को फटकारा। अगले सात दिनों के भीतर फ्लेक्स के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के साथ कार्रवाई करें। अन्यथा, निश्चित रुप से कार्रवाई की जाएगी, ऐसा कमिश्नर ने स्पष्ट किया है। 

    निरंतरता पर ध्यान देना आवश्यक

    प्रशासन के कुछ दिन के अलर्ट के बाद बैनरबाजी पर कार्रवाई होती है। लेकिन फिर प्रशासन धीमा हो जाता है। अब कमिश्नर ने सात दिनों में शहर की सफाई करने के आदेश दिए है। इस दौरान प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, बैनरबाजी पर कार्रवाई में निरंतरता बनी रहेगी क्या, ऐसा सवाल उठ रहा है।  क्योंकी कुछ दिनों के बाद फिरस बैनरबाजी की शुरुवात होगी। ऐसे में इस कार्रवाई में निरंतरता होने की आवश्यकता है।