MP Shrirang Barne

    Loading

    पिंपरी: शिवसेना शिंदे गुट के उपनेता चुने जाने के बाद सांसद श्रीरंग बारणे (MP Shrirang Barne) ने पिंपरी (Pimpri) में पहली बार पत्रकारों से संवाद साधा। उन्होंने कहा कि आगामी पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका चुनाव (Pimpri-Chinchwad Municipal Elections) को देखते हुए सभी को पार्टी संगठन बढ़ाने और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हम यह चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ेंगे। इस बारे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से विस्तृत चर्चा हो चुकी है।  स्थानीय नेताओं से चर्चा के बाद चुनावी रणनीति तय की जाएगी। मुख्यमंत्री शिंदे जल्द ही शहर आएंगे और कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे।

    एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज तक महानगरपालिका में कभी गलत काम का समर्थन नहीं किया गया है। आगे भी गलत गतिविधियों पर रोक लगेगी। मावल लोकसभा की सीट को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री, बीजेपी नेता अमित शाह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक में फैसला लिया गया है। इसलिए शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के माध्यम से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। शिवसेना पार्टी, चुनाव चिन्ह का विवाद चुनाव आयोग, कोर्ट में है। अगले कुछ दिनों में पार्टी के चुनाव चिन्ह का विवाद सुलझ जाएगा। हालांकि 2024 अभी बहुत दूर है, इसलिए चुनाव चिन्ह के बारे में ज्यादा बात नहीं करेंगे।

    पिंपरी-चिंचवड की समस्याओं पर सीएम और डीसीएम से हुई चर्चा

    हमारे आंदोलन के परिणामस्वरूप पिंपरी-चिंचवड शहर में एक हजार वर्ग फुट के अवैध निर्माण पर लगने वाला शास्तिकर यानी जुर्माना माफ कर दिया गया। हालांकि हमनें शत-प्रतिशत माफी मांग की है। सांसद बारणे ने कहा कि पिंपरी-चिंचवड शहर से जुड़े वर्षों से लंबित मसलों को लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ सकारात्मक चर्चा हुई है और वे उनके समाधान के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं। इस मौके पर जिलाप्रमुख बालासाहेब वाल्हेकर, पिंपरी विधानसभा प्रमुख राजेश वाबले, महिला संगठक सरिता साने, पूर्व नगरसेवक निलेश बारणे, पूर्व नगरसेविका विमल जगताप, निलेश हाके, बशीर सुतार, देहूगांव शहर प्रमुख सुनील हगवणे आदि उपस्थित थे।

    राज्य में शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के विचारों की सरकार 

    राज्य में शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के विचारों की सरकार है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उन विचारों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हम उनके मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं। यह बताते हुए कि मावल लोकसभा क्षेत्र के अधिकांश पदाधिकारी मुख्यमंत्री शिंदे के साथ सक्रिय हैं, सांसद बारणे ने कहा कि मैं 2014 और 2019 दोनों चुनावों में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के माध्यम से चुना गया था। शिवसैनिकों के साथ-साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी मेरा प्रचार किया। उन्हीं की वजह से मैं 8 साल से देश की लोकसभा में मावल वासियों का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सांसदों को जिलों का दौरा करने को कहा था। तब मैंने तीन जिलों का दौरा किया। 

    शिवसैनिकों की नहीं सुनते पालकमंत्री 

    उन्होंने कहा कि शिवसेना को एनसीपी निगल रही है, पालकमंत्री शिवसैनिकों की नहीं सुनते। शिवसैनिकों पर झूठे मामले दर्ज किए जा रहे थे। हमने पार्टी के नुकसान के बारे में पार्टी प्रमुख को एक विस्तृत रिपोर्ट दी थी। उसके बाद जब राज्य में राजनीतिक गतिविधियां हो रही थी, तब भी हमने एक स्टैंड लिया था कि सभी एक साथ रहें, शिवसेना-बीजेपी गठबंधन बना रहे। हालांकि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपना फैसला ले लिया। इसलिए हमने भी अपना फैसला ले लिया है।