PCMC

    Loading

    पिंपरी: इस साल 31 अगस्त से 9 सितंबर तक हर जगह गणेशोत्सव (Ganeshotsav) धूमधाम से मनाया जाएगा। पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) में मनाए जा रहे इस वर्ष के गणेशोत्सव की पृष्ठभूमि में सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना बनाने के लिए पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के मुख्य प्रशासनिक भवन में क्षेत्रीय कार्यालय वार तैयारियों की समीक्षा के लिए कमिश्नर शेखर सिंह (Commissioner Shekhar Singh)  की अध्यक्षता में महानगरपालिका, पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई। महानगरपालिका कमिश्नर ने निर्देश दिए कि प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि इस वर्ष गणेशोत्सव के लिए दी जाने वाली सुविधाओं में कोई कमी न हो। 

    महानगरपालिका और पुलिस प्रशासन द्वारा गणेश मंडलों को विभिन्न परमिटों के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में लागू वन-विंडो योजना को अवकाश के दिनों में भी जारी रखने के निर्देश प्रशासन को दिए। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे महाराष्ट्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार पर्यावरण के अनुकूल गणेशोत्सव मनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करें।

    कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा

    कमिश्नर शेखर सिंह ने कहा कि महानगरपालिका, पुलिस प्रशासन आदि से सार्वजनिक गणेश मंडलों के लिए आवश्यक विभिन्न परमिट एकल खिड़की योजना के माध्यम से क्षेत्रीय कार्यालय में एक ही स्थान पर उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही यह सुविधा शनिवार और रविवार की तरह छुट्टियों पर भी जारी रहेगी। कमिश्नर शेखर सिंह ने कहा कि अनुमति प्रदान करते समय कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, लेकिन मंडलों के लिए सरकार, महानगरपालिका और अन्य एजेंसियों द्वारा निर्धारित नियमों और शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा। महानगरपालिका प्रशासन तुरंत गणेशोत्सव के जुलूस मार्गों और शहर में सभी विसर्जन घाटों की व्यवस्था करें। साथ ही उस स्थान पर बिजली की व्यवस्था की जाए। बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नदी तल में पानी की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए आपात स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रणालियां तैयार रखी जानी चाहिए। नदी घाटों पर कृत्रिम विसर्जन कुओं की मरम्मत की जानी चाहिए और आवश्यकतानुसार अन्य स्थानों पर नए कृत्रिम कुओं का निर्माण किया जाना चाहिए। 

    कंट्रोल रूम से रखी जाए नजर

    महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह ने प्रशासन को सुझाव दिया कि क्षेत्रीय अधिकारी वार्ड स्तर पर सार्वजनिक गणेश मंडलों, आवास संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों, पर्यावरणविद संगठनों के साथ बैठकें करें और नागरिकों से पर्यावरण हितैषी गणेशोत्सव मनाने की अपील करें। प्रशासन और पुलिस को विसर्जन स्थलों का निरीक्षण कर विसर्जन घाटों का निर्धारण करना चाहिए, नागरिकों के लिए इन स्थानों की सूची प्रकाशित की जानी चाहिए। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि कंट्रोल रूम बनाया जाए और इसके जरिए स्थिति पर नजर रखी जाए।

    विसर्जन घाटों पर मेडिकल टीम तैनात की जाए

    महानगरपालिका अतिरिक्त आयुक्त विकास ढाकने ने प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि विसर्जन घाट पर पर्याप्त संख्या में स्टॉफ की नियुक्ति की जाए, वहां लाइफ गार्ड की भी नियुक्ति की जाए। महत्वपूर्ण विसर्जन घाटों पर एंबुलेंस के साथ मेडिकल टीम भी तैनात की जाए। पुलिस उपायुक्त मंचक इप्पर ने कहा कि किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए महानगरपालिका द्वारा तय किए गए विसर्जन घाट और कृत्रिम विसर्जन हौदों में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन कर नागरिक प्रशासन का सहयोग करें। पुलिस उपायुक्त आनंद भोइटे ने कहा कि इस साल गणेशोत्सव के दौरान शहर में बड़ी संख्या में गणेश प्रतिमा स्थापित होने की संभावना है। इस संबंध में महानगरपालिका को शहर में विभिन्न स्थानों पर घरेलू मूर्तियों के विसर्जन के लिए मोबाइल कृत्रिम विसर्जन टैंक और मूर्ति संग्रह केंद्र के साथ-साथ स्वच्छ संग्रह प्रणाली प्रदान करनी चाहिए। साथ ही यातायात बाधित न हो इसका ध्यान रखते हुए गणेश मंडलों को मंडप की अनुमति दी जाए।

     बैठक में इनकी रही उपस्थिति

    इस बैठक में महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त जितेंद्र वाघ, उल्हास जगताप, शहर अभियंता मकरंद निकम, सह आयुक्त आशादेवी दुरगुडे, सहशहर अभियंता श्रीकांत सवणे, रामदास तांबे, ज्ञानदेव जुंधारे, संजय कुलकर्णी, संजय खाबडे, बाबासाहेब गलबले, प्रमोद ओंभासे, अशोक भालकर, मुख्य सुरक्षा अधिकारी मेजर उदय जरांडे, मुख्य अग्निशमन अधिकारी किरण गावडे, उप आयुक्त विठ्ठल जोशी, सचिन डोले,  सुभाष इंगले, चंद्रकांत इंदलकर, अजय चारठाणकर, संदिप खोत, रविकिरण घोडके, स्मिता झगडे, क्षेत्रीय अधिकारी सुचिता पानसरे, अभिजित हराळे, अण्णा बोदडे, राजेश आगले, सीताराम बहुरे, विनोद जलक, विजयकुमार थोरात, विशेष अधिकारी किरण गायकवाड, कार्यकारी अभियंता शिरीष पोरेडी, बापूसाहेब गायकवाड, आपदा प्रबंधन अधिकारी ओमप्रकाश बहिवाल आदि समेत विविध विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।