Pimpri-Chinchwad Shiv Sena

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    पिंपरी: पिछले दो साल से प्रशासन की गलत योजना के चलते पिंपरी-चिंचवड शहर में प्रतिदिन पानी की आपूर्ति की जा रही है। संतोषजनक वर्षा होने और 100 प्रतिशत पवन बांध के भरे होने के बावजूद प्रशासन दिन-ब-दिन पानी की आपूर्ति (Water Supply) क्यों कर रहा है? यह सवाल शिवसेना (Shiv Sena) द्वारा उठाया गया है। बांध से प्रतिदिन 500 एमएलडी पानी उठाया जाता है और इसका 40 प्रतिशत पानी शहरवासियों तक पहुंचने तक लीक हो जाता है। इसलिए शिवसेना ने मांग की है कि महानगरपालिका कमिश्नर को पहले 40 फीसदी पानी रिसाव की जांच करनी चाहिए।

    इस संबंध में शिवसेना की ओर से पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह को ज्ञापन दिया गया है। इस मौके पर शिवसेना के जिला प्रमुख बालासाहेब वालहेकर, पिंपरी विधानसभा प्रमुख राजेश वाबल, पिंपरी महिला संघ सरिता साने, नीलेश हाके, निखिल येवले, बशीर सुतार, रवींद्र ब्रम्हे, नीलेश तारास, राजेंद्र अडसुल, प्रशांत कदलक, उमेश राजपूत, नरेश टेकाडे, मौली जगताप, अंकुश कोले दलवी, सुनील पाटिल, तुषार दहिते, मलिक मुजावर, शुभम भडाने, रूपेश हिरे, शैला पचपुते, शैला निकम आदि मौजूद थे।

    नागरिकों के हक का पानी चोरी हो रहा 

    इस ज्ञापन में कहा गया है कि शहरवासियों को पानी की सुचारू आपूर्ति हो। इसी दृष्टि से महानगरपालिका द्वारा स्काडा परियोजना का क्रियान्वयन किया गया। पानी की चोरी पर लगाम लगाने के लिए करोड़ों रुपएखर्च कर सभी सोसायटियों में पानी के मीटर लगाए गए। 24×7 जल योजना पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। नई पाइपलाइन बिछाई गई, लेकिन जलापूर्ति विभाग और प्रशासन के गलत नियोजन के कारण सभी योजनाएं विफल हो गईं और नागरिकों को उनके हक के पानी से वंचित कर दिया गया। टैंकर लॉबी आज भी जोरशोर में चल रही है और नागरिकों के हक का पानी चोरी हो रहा है।

    पानी की आपूर्ति प्रतिदिन की जानी चाहिए

    सुचारू जलापूर्ति के लिए महानगरपालिका की ओर से विभिन्न योजनाओं और नई परियोजनाओं को क्रियान्वित किया गया, लेकिन जलापूर्ति और प्रशासन के गलत और ढुलमुल प्रबंधन के कारण शहरवासियों को आज भी एक दिन छोड़कर पानी की आपूर्ति की जा रही है। इस बात पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और गरीब आम नागरिकों को उनके हक का पानी मिलना चाहिए। पानी की आपूर्ति प्रतिदिन की जानी चाहिए। वहीं 40 प्रतिशत पानी का रिसाव बंद किया जाए। प्रशासन द्वारा जानबूझकर पानी लीक रोकने में टालमटोल की जा रही है। इसकी जांच की जाए और पानी के रिसाव की सही जगह की जांच की जाए और संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, यह मांग भी शिवसेना की ओर से की गई है।