टीईटी परीक्षा घोटाला: लखनऊ से एक गिरफ्तार, 2016 से अब तक हुई परीक्षाओं की जांच जारी

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    पुणे: टीईटी परीक्षा घोटाले (TET Exam Scam) की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे पुलिस (Police) को मामले से सम्बंधित आरोपियों का मकड़जाल देखने को मिल रहा है। ताजा मामले में साल 2018 टीईटी परीक्षा की जांच में गड़बड़ी को लेकर पुणे पुलिस (Pune Police) ने एक और शख्स को गिरफ्तार किया है। उसका नाम सौरभ त्रिपाठी है।

    टीईटी 2018 के परिणाम में कदाचार के मामले में पुणे पुलिस ने सौरभ त्रिपाठी को हिरासत में लिया था। सौरभ त्रिपाठी पहले जी. ए. सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ संबंधित था। त्रिपाठी पर 2018 टीईटी परीक्षा के परिणाम में धोखाधड़ी का है, इसी मामले में पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) से गिरफ्तार किया है। सौरभ त्रिपाठी पर यह भी आरोप है कि अपात्र छात्रों से पैसे लेकर उसने उन्हें पत्र बनाया। पुणे पुलिस ने इससे पहले टीईटी भर्ती घोटाला मामले में जीए सॉफ्टवेयर कंपनी के अश्विन कुमार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था।

    2016 से अब तक हुई परीक्षाओं की जांच जारी 

    पुलिस अब 2016 से होने वाली परीक्षाओं की जांच करेगी। एक मामले में पुणे पुलिस ने करोड़ों रुपए जब्त किए हैं। वरिष्ठ पुलिस सूत्रों ने बताया कि टीईटी भर्ती घोटाला मामले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका को देखते हुए 2016 से हो रही परीक्षा की जांच की जाएगी।